रिपोर्ट उमाकांत विश्वकर्मा
बलिया 28 सितंबर शहीद भगत सिंह की जयंती के अवसर पर क्रांतिकारी स्मारक समिति उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में बलिया जनपद के रसड़ा स्थित भगत सिंह स्मारक स्थल पर स्थापित प्रतिमा पर
माल्यार्पण किया गया । तत्पश्चात समिति के कार्यालय पर एक गोष्ठी का आयोजन कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित गई। कृष्णानंद पांडेय ने शहीद भगत सिंह के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगत सिंह क्रांति के प्रतीक थे अंग्रेजी साम्राज्यवाद के खिलाफ सप्त क्रांति के माध्यम से बगावत की जो बिगुल बजाया था उससे स्वतंत्रा आंदोलन को एक नई क्रांति मिली थी।
फांसी के पूर्व अदालत में क्रांति की व्याख्या शहीद भगत सिंह ने की थी और निर्भीकता के साथ आजाद भारत को जो स्वरूप प्रस्तुत किया था वह इतिहास की एक धरोहर है आवश्यकता है आज उनके जीवन दर्शन से प्रेरणा लेकर के उनके सपनों के भारत निर्माण की व्यक्ति द्वारा व्यक्ति का शोषण ना हो। सबको जीने का अधिकार प्राप्त हो। उनके आदर्श पर चलकर ही राष्ट्र को उन्नत के शिखर पर ले जाया जा सकता है.
इस अवसर पर कृष्णानंद पांडेय सियाराम यादव, श्री प्रकाश गुप्ता दुर्गेश त्रिपाठी सपन कुमार गुप्ता आनंद श्याम पांडेय मृत्युंजय जयसवाल प्रदीप सिंह पप्पू सुरेश रवि कुमार सिंह गगनदीप सिंह आशु अनिल गुप्ता अतीश यादव आदि लोग उपस्थित रहे।
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