आज ही मैंने अपने एक व्हाट्सएप ग्रुप शिक्षक कला एवं साहित्य में पढ़ा। ग्रुप के एडमिन द्वारा एक प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। जिसमें लिखा गया था। आपने अगर कोई जनसेवा और सामाजिक सेवा का कार्य किया हो, तो इसके लिए आपको पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
मैं यह पढ़कर बहुत खुश हुआ क्योंकि मैंने कई सालों से बहुत से लोगों की मदद की थी और करता आ रहा था मुझे यकीन था। पुरस्कार मुझे अवश्य मिलेगा।
पर अचानक नीचे लिखी लाइन पढ़कर मेरी खुशी गायब हो गई।नीचे लिखा था आप अपने इस सेवा कार्य की फोटो या न्यूज़ पेपर की कटिंग 3 दिनों में अवश्य भेजें।
मेरी निस्वार्थ सेवा पर एक जोरदार तमाचा पड़ा। और मैं उदास हो गया क्योंकि मेरे पास सालों से करते आ रहे जनसेवा की एक भी फोटो या अखबार की कटिंग नहीं थी।
आज मुझे पता चला कि क्यों जरूरी है लोगों की सेवा करते हुए फोटो खिंचवाना। और अखबार में छपवाना।
आज मैं पुरस्कार से वंचित हो गया था।
बृजेश कुमार तिवारी “साथी”
संवाददाता राकेश शर्मा
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