कोरोना की तीसरी लहर : हवा से आक्सीजन बनाने के लिए प्लांट तैयार किए जा रहे हैं
अंजली माली | महाराष्ट्र मुंबई
मुंबई में कोरोना महामारी की तीसरी लहर आने से पहले तैयारी शुरु कर दी गई हैं। दूसरी लहर में पूरे देश में ऑक्सीजन की कमी सबसे बड़ी चिंता का विषय रही इसी को ध्यान में रखते हुए संभावित तीसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी ना हो इसलिए मुंबई महानगर पालिका ने कई अस्पतालों में हवा से मेडिकल ऑक्सीजन बनाने के प्लांट लगाने शुरू कर दिए हैं। इस तैयारी के अंतर्गत शुक्रवार को 5 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन जनरेशन का काम शुरू हो गया हैं। इन 5 ऑक्सीजन प्लांट से 6.93 मेट्रिक टन ऑक्सीजन जनरेट होगा जिससे कि काफी हद तक ऑक्सीजन की समस्या को कम किया जा सकेगा।आने वाले दिनों में इस तरह के प्लांट अन्य अस्पतालों में भी लगाए जाने की योजना है मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में लगाए गए ऑक्सीजन प्लांट से हमने जायजा लिया और यह ऑक्सीजन प्लांट कैसे काम करता है इसे प्लांट के इंजीनियर विनायक राव से समझा।
इंजीनियर विनायकराव ने हमें बताया कि इस ऑक्सीजन प्लांट से 24 घंटे में 40 जम्बो मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर के जितना ऑक्सीजन जनरेट होगा जोकि फिलहाल मौजूदा पेशेंट के लिए काफी है। कस्तूरबा अस्पताल में पहले से ही 70 जंबो सिलेंडर ऑक्सीजन जनरेशन का प्लांट लगाया गया था 40 और जंबो सिलेंडर जितना ऑक्सीजन जनरेट हो सके प्लांट लगाने के की तैयारी चल रही है।
इन प्लांट के बन जान के बाद भी अगर तीसरी लहर में संक्रमितो का आंकड़ा अगर बढ़ता है तो अस्पताल को बाहर से ऑक्सीजन मंगानी पड़ेगी लेकिन स्वास्थ्य विभाग को यह आराम जरूर पहुंचेगा कि दूसरी लहर की तरह ऑक्सीजन की कमी नहीं झेलनी पड़ेगी।
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