के | रवि ( दादा ) ,,
मुंबई | मुंबई के कुछ किलोमिटर दूर बसा कुदरती कोकन के चि हवाईअड्डे का श्रेय लेने के लिए अभी से ही रस्सीखेच शुरू हो गई है। एक तरफ भाजपा के मंत्री नारायण राणे का कहना है कि यह एयरपोर्ट केंद्र सरकार के अधीन रहेगा जबकि शिवसेना सांसद संजय राऊत का कहना है कि यह हवाईअड्डा एमआईडीसी का है और पीपीपी मॉडल पर बना है , लिहाजा यह महाराष्ट्र का ही है तो इसका श्रेय भी महाराष्ट्र सरकार का ही हैं |
महाराष्ट्र की सियासत में एक दूसरे के कट्टर विरोधी माने जाने वाले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे जल्द ही एक प्लेटफार्म पर आएंगे। महाराष्ट्र के कोंकण इलाके के सिंधुदुर्ग के चिपी एयरपोर्ट के उद्घाटन के मौके पर यह नजारा देखने को मिलेगा। आनेवाले 9 अक्टूबर को इस हवाईअड्डे का उद्घाटन किया जाएगा।
इस हवाईअड्डे के उद्धघाटन को लेकर कुछ दिनों पहले नारायण राणे ने कहा था की चिपी एयरपोर्ट के उद्घाटन पर मुख्यमंत्री को आना ही चाहिए, ऐसा जरूरी नहीं है। अब उसी चिपी हवाईअड्डे का उद्घाटन मुख्यमंत्री. उद्धव ठाकरे के हाथों किया जाने वाला है। ऐसे में एक-दूसरे को पानी में देखनेवाले इन दोनों नेताओं को एक प्लेटफार्म पर देखने के लिए लोगों की निगाहें अभी से लगी हुई है |
इस सिंधुदुर्ग के चीपी हवाईअड्डे के कार्यक्रम के लिए बनाई गई बुकलेट के मुताबिक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के हाथों एयरपोर्ट का उद्घाटन किया जाना है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, और उद्योग मंत्री सुभाष देसाई, की प्रमुख उपस्थिति रहेगी। इस पत्रिका में सबसे ऊपर उद्धव ठाकरे का नाम है उसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम है। उसके बाद तीसरे नंबर पर है नारायण राणे का नाम। उद्धव ठाकरे के हाथों एयरपोर्ट का उद्घाटन, राणे के लिए किसी सरदर्द से परे नहीं है।
क्यों के सालो नारायण राणे अपने आप को कोकन के विकासक के रूप में देखते आए हैं , जबकि वंहा की कोकन का माहौल इससे विपरीत हैं | पर आम लोगो को सिर्फ हवाई अड्डे के खुलने की खुशी हैं , ना की उसका उद्धघाटन कौन कर रहा हैं ? और कौन नहीं ?
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