Up Lockdown News : करोना का कहर
Up Lockdown News कोरोना वायरस के महामारी के खतरे को देखते हुए यूपी सरकार ने 25 से 27 मार्च तक पूरी तरह से up में लॉकडाउन की घोषणा की थी लॉकडाउन
के चलते सारी दुकाने बंद होने लगी जिससे आम लोगो को काफी परेशानीयों का सामना करना पडा
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दुनिया में अब तक करोना के कई केस सामने आ चुके हैं। जिसके चलते लोगो में करोना महामारी का डर बैठ गया है । इसके बाद अलग-अलग तरह के खबरे भारत में जहां, पहली लहर ने लोगों अपना निशाना बनाया था, वहीं दूसरी लहर में और अब तीसरी लहर का कहर जारी है।
अब तक देश के तीन करोड़ 57 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इनमें तीन करोड़ 45 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि चार लाख 83 हजार 936 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब सात लाख मरीजों का इलाज चल रहा है। पहले आंकड़ों के जरिए समझते हैं पहली और दूसरी लहर में क्या अंतर था और अब तीसरी लहर में भी करोना का कहर जारी था |
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पहली लहर के आंकड़े-first wave data
30 जनवरी 2020 को केरल में संक्रमण का पहला मामला मिला था। तब से लेकर 11 सितंबर 2020 तक यह लगातार बढ़ता ही रहा। 11 सितंबर को एक दिन के अंदर सर्वाधिक 97 हजार 650 लोग संक्रमित पाए गए। यह पहली लहर में एक दिन में मिले मरीजों का सबसे ज्यादा आंकड़ा था। यानी पहली लहर का पीक आने में 220 दिन लगे। इसके बाद हर रोज मिलने वाले नए मरीजों की संख्या में गिरावट होने लगी।
तब सबसे कम 9091 मामले सामने आए थे। पहली लहर को पूरी तरह से खत्म होने में 136 दिन लगे। करोना के चलते उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ लोगो भरोसा दिलाया था |
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया जाएगा। इलाहबाद बैंक की मदद से 597000 श्रमिकों के खातों में 1000-1000 रुपये दिए गए हैं। 1,65,00000 लोगों को खाद्यान्न देने के निर्देश जारी किए गए हैं। मनरेगा के मजदूरों के खाते में धन दिया गया है। अब विभिन्न पेंशन के 83 लाख लाभार्थियों को एडवांस तीन महीने की पेंशन अप्रैल में दी जाएगी।
बढ़ते मामलों को देखते हुए और सीओवीआईडी -19 के प्रसारण को रोकने के लिए, उत्तर प्रदेश सरकार ने 6 मई को सुबह 7 बजे तक आंशिक ‘कोरोना कर्फ्यू’ लगाया गया था |
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3 करोड़ से अधिक लोगों को मिली कोरोना वैक्सिन की पहली खुराक
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) नवनीत सहगल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगाया गया आंशिक कोरोना कर्फ्यू अब 6 मई को सुबह 7 बजे तक बढ़ा दिया गया है। यह व्यवस्था केवल इसी सप्ताह के लिए ही बढीं थी | उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस की श्रृंखला को तोड़ने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यक चीजों की बिल्कुल भी कमी नहीं होने दी जाएगी। अनावश्यक मास्क न लगाएं। दवा की दुकानें खुली रहेंगी।युपी लॉकडाउन ( Up Lockdown News) से जरूरी सुविधाएं बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होंगी। उन्होंने सामाजिक और व्यापारिक संगठनों से अपील की है कि वे इस लॉकडाउन का समर्थन करें क्योंकि यही सुरक्षा का एकमात्र विकल्प था |
उन्होंने कहा था कि प्रदेश के 35 लाख श्रमिकों को 1000 रुपये प्रतिमाह भत्ता दिया जाएगा। जल्द से जल्द दिहाड़ी मजदूरों के खाते में डीबीटी के माध्यम से एक साथ एक-एक हजार रुपये की सहायता राशि भेजी जाएगी। ठेला-खोमचा व रेहड़ी वालों के साथ ही रिक्शा और ई-रिक्शा वालों को भी इससे जोड़ा जाएगा और उनके अकाउंट में भी सहायता राशि भेजी जाएगी। सरकारी दफ्तरों में 50 प्रतिशत कर्मचारी भी कार्यरत होंगे। किसी कर्मचारी की छुट्टी के पैसे नहीं कटेंगे। करोना लहर के चलते युपी में स्कूल कालेज बंद रहेंगे
उन्होंने लोगों से अपील की कि इस महामारी से बचने के लिए हर तरह की फेक न्यूज से सावधान रहें। किसी भी जानकारी के लिए मुख्यमंत्री हेलपलाइन नंबर से संपर्क कर सकते हैं।
करोना का पहली लहर का असर – first wave of corona
करोना की पहली लहर के चलते लोगो को काफी मुसीबतों का सामना करना पढ़ा
1 करोना लहर के चलते युपी में स्कूल कालेज बंद हो गये थे
2 दवा की दुकानें खुली रहेंगी
3 मॉल और मूवी थेटर बंद हो गये थे
4 दफ्तर के सारें काम वर्क फ्रॉम होम हों गये
5 जरुरी होने पर ही घर से बाहर निकलना पड़ता था
6 सारी दुकाने लॉकडाउन के समयनुसार ही खुलती थी
दूसरी लहर की कहानी-second wave story
दूसरी लहर की शुरुआत 24 फरवरी 2021 से हुई, जब संक्रमण के मामले बढ़ने लगे। इसके बाद संक्रमण ने ऐसी रफ्तार पकड़ी की छह मई को देश में सबसे ज्यादा 4 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए।
दूसरी लहर में किसी भी एक देश में एक दिन के अंदर मिलने वाले मरीजों का यह सबसे ज्यादा आंकड़ा था। मतलब पहली लहर खत्म होने के 101 दिन के अंदर ही दूसरी लहर आ गया।
भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य उत्तर प्रदेश से संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच लगातार अव्यवस्था की ख़बरें आ रही थी
पिछले साल इस महामारी के शुरू होने के बाद से कुल 8,51,620 लोगों के संक्रमण और 9,830 मौतों के साथ, उत्तर प्रदेश की हालत पहली लहर में बहुत बुरी नहीं थी. अधिकारियों का अभी भी कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं. लेकिन राजधानी लखनऊ, वाराणसी, कानपुर और इलाहाबाद जैसे अन्य प्रमुख शहरों में जांच केंद्रों पर जुटी भीड़, अस्पतालों से लौटाए जा रहे मरीजों और श्मशान घाट पर लगातार चिताएं जलाई जा रही थी 20 दिसंबर 2021 तक दूसरी लहर पूरी तरह से खत्म हुई यानी इसमें 228 दिन लगे। 20 दिसंबर को सबसे कम 5336 मरीज पाए गए थे।
Up Lockdown News तीसरी लहर ने दी दस्तक
पहली और दूसरी लहर का कहर झेलने के बाद अब भारत में कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। पहले दो लहरों के मुकाबले इस बार संक्रमण की रफ्तार कहीं ज्यादा तेज दिख रही है। इसकी शुरुआत साल 2021 के आखिरी दिन यानी 31 दिसंबर से हो गई थी। तब एक दिन के अंदर 22 हजार केस मिले थे। उसके बाद 20 दिसंबर से 30 दिसंबर के बीच हर दिन करीब पांच से 20 हजार तक संक्रमण के मामले आते थे। नए साल पर मरीजों की संख्या में अचानक इजाफा हुआ और पिछले तीन दिनों से हर रोज एक लाख से ज्यादा मामले आ रहे हैं। नौ जनवरी को सबसे ज्यादा 1.80 लाख लोग संक्रमित पाए गए हैं। एक्टिव केस भी 98 हजार से बढ़कर 7.24 लाख पहुंच गया था अगर ये कहें कि दूसरी लहर के पूरी तरह से खत्म होने तक तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है
सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है
उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. रविवार को प्रदेश में कोरोना के नए मामलों का आंकड़ा 7695 तक पहुंच गया. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर बड़ा बयान दिया है. सीएम ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है. योगी सोमवार को लखनऊ में कोविड कमांड सेंटर पहुंचे, जहां उन्होंने ये बात कही है.
Up Lockdown News योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में कोविड कमांड सेंटर किया दौरा
योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में कोविड कमांड सेंटर का दौरा किया और यहां कि स्थितियों का जायजा लिया.. सीएम योगी ने कहा कि यूपी में कोरोना की तीसरी लहर आ गई है लेकिन ये दूसरी लहर के मुकाबले तेज नहीं है. उन्होंने कहा कि 90 फीसदी केसों में कोई लक्षण नहीं देखने को मिल रहा
लखनऊ और नोएडा समेत कई शहरों में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है. जुलाई माह के बाद यूपी में सबसे ज्यादा एक्टिव कोरोना संक्रमित केस सामने आया
देशभर में कोरोना के मामले एक बार फिर चिंता का सबब बनने लगे हैं. बुधवार को उत्तर प्रदेश में के एक्टिव केसेस की संख्या बढ़कर 473 हो गई थी . बीते 24 घंटे में 118 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमे की चिंताएं बढ़ने लगीं. यह 11 जुलाई माह के बाद से अब तक का एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है. कोरोना संक्रमितों की जांच के बाद उनमें से सिर्फ 3 लोगों में ही ओमिक्रॉन omicron वेरिएंट पाया गया है.
Up Lockdown News एपिडेमिक एक्ट 3 महीने बढ़ा
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए एपिडमिक एक्ट को आगे बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से प्रदेश में एपिडेमिक एक्ट को और 3 महीने के लिए बढ़ाया गया है. उत्तर प्रदेश में एपिडेमिक एक्ट की अवधि को बढ़ाकर 31 मार्च कर दिया गया है, जो पहले 31 दिसंबर तक की ही थी.
संक्रमण दर में आया उछाल
उत्तर प्रदेश का पॉजिटिविटी रेट 0.01 प्रतिशत से बढ़कर 0.05 प्रतिशत पर पहुंच गया है. इसका बढ़ना एक तरह से चिंता का विषय माना जा रहा था इसके साथ ही प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 473 हो गई थी
बीते 24 घंटे में 118 कोरोना पॉजिटिव
बीते 24 घंटे में कोरोना मरीजों की संख्या में सबसे अधिक इजाफा देखने को मिला है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 118 कोरोना पॉजिटिव केस नए सामने आए हैं. 11 जुलाई के बाद से अब तक यह एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है, जिसमें तीन ओमिक्रॉन के केस हैं
लखनऊ और नोएडा में सबसे ज्यादा संक्रमित
कोरोना वायरस की चपेट में अने वालों में प्रदेश की राजधानी लखनऊ और दिल्ली से सटे नोएडा हैं. बुधवार को लखनऊ में 25, गौतम बुद्ध नगर में 21, गाज़ियाबाद में 13 नए केस मिले हैं. इसके साथ ही लखनऊ में एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 90, गौतम बुद्ध नगर में एक्टिव केस 99 तक पहुंच गए हैं. यूपी में सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमित गौतमबुद्ध नगर में ही मिले थे
इस तारीख से शुरू होगी कोरोना की चौथी लहर, जानिए कितनी होगी खतरनाक
देश में कोरोना की तीसरी लहर अभी खत्म भी नहीं हुई है कि चौथी लहर की भविष्यवाणी होने लगी है. शोधकर्ताओं ने देश में कोरोना वायरस की चौथी लहर 22 जून के आसपास शुरू होने की आशंका जताई चौथी है.
Up Lockdown News इस तारीख से शुरू होगी कोरोना की चौथी लहर, जानिए कितनी होगी खतरनाक
देश में कोरोना की तीसरी लहर अभी खत्म भी नहीं हुई है कि चौथी लहर की भविष्यवाणी होने लगी है. शोधकर्ताओं ने देश में कोरोना वायरस की चौथी लहर 22 जून के आसपास शुरू होने की आशंका जताई चौथी है.
दिल्ली –
देश में कोरोना की तीसरी लहर अभी खत्म भी नहीं हुई है कि चौथी लहर की भविष्यवाणी होने लगी है. शोधकर्ताओं ने देश में कोरोना वायरस की चौथी लहर 22 जून के आसपास शुरू होने की आशंका जताई चौथी है. शोध रिपोर्ट में बताया गया है कि चौथी लहर का असर 24 अक्टूबर 2022 तक जारी रह सकती है. हालांकि, चौथी लहर की गंभीरता के बारे में अभी कुछ भी नहीं बताया गया है. शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के सामने आने के बाद ही इसकी गंभीरता का पता चल पाएगा.
दो भविष्यवाणियां निकली ती सही
गौरतलब है कि यह शोध आईआईटी कानपुर के रिसर्चर्स ने की है. इन शोधकर्ताओं की ओर से देश में कोविड -19 लहर को लेकर की गई भविष्यवाणी अब से पहले दो बार सही निकली है. विशेष रूप से तीसरी लहर के बारे में लगभग सटीक रही. ये शोध आईआईटी कानपुर के मैथमेटिक्स एंड स्टैटिसटिक्स डिपार्टमेंट के एसपी राजेश भाई, सुभरा शंकर धर और शलभ ने की थी. इन शोधकर्ताओं ने अपनी भविष्यवाणी के लिए सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग करते हुए कहा कि कोरोना की चौथी लहर कोरोना महामारी की शुरुआत के करीब 936 दिन बाद आ सकती है.
अगस्त के आखिरी पखवाड़े में होगा पीक
आईआईटी कानपुर के इन शोधकर्ताओं ने के मुताबिक कोविड -19 की चौथी लहर कम से कम चार महीने तक चलेगी. गौरतलब है कि यह सांख्यिकीय भविष्यवाणी 24 फरवरी को प्रीप्रिंट सर्वर MedRxiv पर पब्लिश हुई है. इन शोधकर्ताओं के मुताबिक. चौथी लहर का ग्राफ 15 अगस्त से 31 अगस्त तक पीक पर पहुंच जाएगा. इसके बाद इसमें कमी आनी शुरू हो जाएगी. इसके साथ ही उम्मीद जताई गई है कि कोरोना की चौथी लहर में बूस्टर डोज के साथ ही वैक्सीनेशन की स्थिति काफी महत्वपूर्ण रहेगी.
दूसरे देशों के लिए भी होगा कारगर
इन शोधकर्ताओं के मुताबिक देश में अनुमानित चौथी लहर 22 जून से शुरू हो सकती है. यह 15 अगस्त से 31 अगस्त तक अपने पीक पर पहुंच जाएगा और 24 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगी. शोधकर्ताओं के इस दल ने चौथी लहर के पीक के समय बिंदु के गैप की गणना करने के लिए ‘बूटस्ट्रैप’ नामक एक पद्धति का इस्तेमाल किया. उनका कहना है कि इस पद्धति का इस्तेमाल कर दूसरे देशों में भी चौथी और अन्य लहर की भविष्यवाणी के लिए किया जा सकता है.
देश में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्य है।
महाराष्ट्र में कोरोना के मामले 78 लाख के आंकड़े को पार कर गए हैं। वहीं महाराष्ट्र में कोरोना से एक लाख से ज्यादा मौतें हुई हैं। केरल में कोरोना के 64 लाख से ज्यादा केस हैं। कर्नाटक में 39 तो तमिलनाडु में 34 लाख मामले हैं। आंध्र प्रदेश में 23 लाख मामले हैं। उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 19 लाख से ज्यादा मामले आए हैं। दिल्ली में 17 लाख कोरोना के मामले आ चुके हैं। छत्तीसगढ़ और ओडिशा में कोरोना के 11 लाख केस हैं। राजस्थान में 11 लाख से ज्यादा मामले हैं। गुजरात और मध्य प्रदेश में 9 लाख केस आ चुके हैं। हरियाणा, बिहार में सात लाख से ज्यादा केस हैं। तेलंगाना, असम और पंजाब में छह लाख से ज्यादा केस अब तक मिले हैं। झारखंड, जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में तीन लाख केस हैं। हिमाचल प्रदेश में दो लाख तो गोवा, मणिपुर और पुडुचेरी में एक लाख से ज्यादा मामले हैं।
राहुल गांधी ने कहा-कोरोना काल में मारे गए हैं 40 लाख भारतीय, सभी को मिले मुआवजा
भारत में कोरोना महामारी के दौरान हुई मौतों के आंकड़े को लेकर विपक्ष ने एकबार फिर सवाल खड़ा किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए यह दावा किया है कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार की लापरवाही के चलते 40 लाख के करीब भारतीयों की मौत हुई है और यह सरकार अभी भी आंकड़े छिपा रही है। राहुल गांधी ने कहा है कि कोरोना से होने वाली मौतों पर मोदी सरकार ने झूठ बोला है, सरकार कहती है कि 5 लाख मौतें हुई हैं, जबकि सच्चाई यह है कि 40 लाख भारतीयों ने कोरोना के कारण जान गंवाई है। राहुल गांधी ने अपनी मांग को दोहराते हुए कहा कि सरकार उन सभी परिवारों को 4-4 लाख रुपए का मुआवजा दे, जो कोरोना के कारण मारे गए हैं। राहुल गांधी ने ट्विटर पर न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जिसमें कहा गया है कि भारत की वजह से WHO वैश्विक स्तर पर कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़ों को सार्वजनिक नहीं कर पा रहा है। राहुल गांधी ने इस रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए कहा है, “मोदी जी न तो सच बोलते हैं और न ही दूसरों को बोलने देते हैं। वह अभी भी झूठ बोलते हैं कि ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई! मैंने पहले भी कहा था – कोविड में सरकार की लापरवाहियों से 5 लाख नहीं, 40 लाख भारतीयों की मौत हुई। फ़र्ज़ निभाईये, मोदी जी – हर पीड़ित परिवार को ₹4 लाख का मुआवज़ा दीजिए।” एक बार फिर से बढ़े कोरोना केस, 24 घंटों के भीतर मिले 1100 से ज्यादा मरीज भारत में कोरोना वायरस के दैनिक आंकड़ों में 16 अप्रैल के मुकाबले रविवार (17 अप्रैल) को बढ़ोतरी देखी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने रविवार को कहा है कि भारत ने पिछले 24 घंटों में 1,150 नए कोरोना वायरस के केस दर्ज किए गए हैं। जो कल की तुलना में 17 फीसदी अधिक हैं। वहीं बीते 24 घंटों में 4 लोगों की कोविड-19 की वजह से मौत हुई है। स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया है कि देश में कोविड-19 एक्टिव केसों की संख्या 11 हजार 558 हैं। जो कुल मामलों का 0.03 प्रतिशत है। देश में महामारी की शुरुआत के बाद से ठीक होने वालों की कुल संख्या 4,25,08,788 हो गई है। वहीं देश में कोरोना से होने की कुल मौतों का आंकड़ा 5 लाख 21 हजार 751 है। देश में कोरोना वैक्सीनेशन का कुल आंकड़ा 1,86,51, 53,593 है। बीते 24 घंटों में 12 लाख 56 हजार 533 कोरना वैक्सीन डोज लगाई गई है।
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