मंगेश दूबे
बाँसी/सिद्धार्थनगर, स्थानीय मिठवल व्लाक स्थित ग्राम सभा नरहीं बुजुर्ग के मृत्युंजय महादेव मंदिर के प्रांगण में अयोध्या धाम के श्री हनुमानगढी के मुख्य पुजारी अजीत दास जी महाराज के मुखारविंद से रामकथा की अमृत वर्षा हो रही है ,कथा के पाँचवें दिन शिव विवाह की कथा प्रसंग चली ,कथा कहते हुए अजीत दास जी महराज कहने लगे कि जब माता पार्वती के विवाह के लिए शिव जी की बारात चली तो चारो तरफ मंगल होने लगे ,लेकिन जब शिव जी हिमाचल राज के द्वार पर पहुंचे तो माता पार्वती की माता मैंना जब शिव जी का द्वार पर आरती करने गयीं तो शिव जी का रुप देखकर कहने लगीं कि ईश्वर ने मेरे साथ भयंकर मजाक किया है ,मैं अपनी पुत्री को आजीवन अविवाहित रक्खुगीं लेकिन उसका विवाह इनके साथ नहीं करूंगी।फिर देवताओं और नारद जी के बहुत समझने बुझाने के बाद माता मैंना विवाह के लिए तैयार हुई।
इस प्रकार यह शुभविवाह संम्पन्न हुआ ।कथा प्रसंग के इस अवसर पर मुख्य यजमान ज्वाला प्रसाद दूबे, रमाकांत, अम्बरीष प्रसाद, महेश चंद्र, राजकिशोर दूबे, हृतेंद्र कुमार, अंकित, रणजीत, रितेश,महेश, धनोज,रामचंद्र, सच्चिदानंद, मुकेश, ईश्वर चंद्र,गणेश, विनयभूषण ,ओमप्रकाश, सहित भारी संख्या में क्षेत्रवाशी मौजूद रहे।इस अवसर पर रुद्रमहायज्ञय का आयोजन हुआ है जो अनवरत चल रहा है।उक्त आयोजन जन कल्याण हेतु किया गया है जिससे समाज में शाँति, सौहार्द, प्रेम कायम रहे।