- बरहज देवरिया कान्हा गौशाला आजकल सुर्खियों में बना हुआ है यहां जांच के दौरान गोवंशों की संख्या संदेहास्पद तरीके से पूर्ण ।
- जाँच के दौरान कानूनगो की गिनती में 140 गोवंश मिले तो वहीँ नायब तहसीलदार की रिपोर्ट में 230 बताई गई है।
- भाजपा नेता और निष्काशित आउटसोर्स कर्मी की शिकायत पर हुई थी गौशाला का निरीक्षण ।
योगी सरकार की महत्वाकांक्षी बेसहारा पशु आश्रय योजना के तहत नगर पालिका अन्तर्गत पैना रोड बाईपास स्थित कान्हा गौशाला में चारा के अभाव में गोवंश की मृत्यु होने, मृत पशुओं को गौशाला में खुदाई करके गाड़ने और भारी अव्यवस्था को लेकर भाजपा नेता अमरेन्द्र गुप्ता और नगर पालिका से हटाये गए आउटसोर्स कर्मी रतनवीर यादव ने शिकायत की थी. शिकायत के क्रम में उपजिलाधिकारी बरहज ने नायब तहसीलदार को कान्हा गौशाला का निरीक्षण करने हेतु निर्देशित किया था.
बीते गुरुवार को नायब तहसीलदार की गैरमौजूदगी में अधिकारियों के निर्देश पर कानूनगों बीरेन्द्र कुमार ने कान्हा गौशाला का निरीक्षण किया I कान्हा गौशाला में रखे गए रजिस्टर में अंकित 230 पशुओं के सापेक्ष गिनती में केवल 140 पशु ही मौजूद मिले I शेष पशुओं के बारे में पूछने पर उपस्थित कर्मचारियों ने कुछ पशुओं को चरने के लिए गौशाला से बाहर जाने और शाम तक वापस आने की बात कही गई.
एक तरफ नगर पालिका ने अपनी खामियों और अव्यवस्था पर पर्दा डालने के लिए आनन-फानन में युद्ध स्तर पर लगकर अपने पशु कैप्चर वाहन से बरहज क्षेत्र के चारों तरफ छुट्टा व आवारा पशुओं को पकड़ना शुरू कर दिया तो वहीँ दूसरी ओर शिकायतकर्ता भी सक्रीय हो गये I अपरान्ह को जब नगर पालिका का पशु कैप्चर वाहन छुट्टा पशुओं को भरकर गौशाला के अन्दर जा रहा था तो शिकायतकर्ता रतनवीर यादव ने विडिओ बना डाला और वायरल कर दिया. बीडीओ सोशल मिडिया पर वायरल होते ही नगर पालिका के जिम्मेदारों के हाथ-पांव फूलने लगे I अगले दिन शुक्रवार को नायब तहसीलदार रविन्द्र मौर्य ने इओ चन्द्र कृष्ण पाण्डेय व पशुधन प्रसार अधिकारी के साथ कान्हा गौशाला का निरीक्षण किया. जाँच टीम के निरीक्षण में गौशाला में कोई अव्यवस्था नहीं दिखी. जाँच के दौरान कुल पशु पाये गये. इस प्रकार से कान्हा गौशाला की जाँच को लेकर तहसील प्रशासन अपनी ही जाँच में फंसता नजर आ रहा है कारण कि गुरुवार को कानूनगों बीरेन्द्र कुमार की जाँच और शुक्रवार को नायब तहसीलदार रविन्द्र मौर्य की जाँच में काफी भिन्नता है, जो बरहज क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर किसकी जाँच सही माना जाय.