सिद्धार्थ नगर बांसी/उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से गांव एवं शहर को स्वच्छ सुंदर रखने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं जिससे गांव और शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाया जा सके वहीं भ्रष्टाचार के प्रति अंकुश लगाने की बात की जा रही हो लेकिन अधिकारिक उदासीनता के चलते बांसी में सुंदरीकरण के नाम पर अधिशासी अधिकारी एवं ठेकेदार के द्वारा नगर पालिका में खजूर के पेड़ लगाने को लेकर सुंदरीकरण के नाम पर सरकारी पैसे का जमकर बंदरबांट किया गया.
शासन के ममता के अनुसार कुछ खजूर के पेड़ अवश्य लगाए गए थे लेकिन वह सिर्फ दस्तावेज में दिखाने के लिए लगाए गए थे हो रहा है कटानो को रोकने एवं वातावरण को स्वच्छ सुंदर बनाने के लिए दस्तावेज में पेड़ तो अवश्य लगाए गए लेकिन धरातल पर जो पेड़ बच्चे भी थे वह आज सूखे पड़े हैं जिम्मेदार मोहन हैं ऐसे में कहीं ना कहीं अधिकारिक उदासीनता के चलते सरकारी धन का अधिशासी अधिकारी बांसी एवं ठेकेदार के द्वारा सरकारी पैसे का जमकर बंदरबांट किया गया और जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं।
इसमें अधिशासी अधिकारी का नाम लिखें साथ में उनसे फोन कर पूछें की आपके तरफ से कितने पेड़ नगरपालिका में लगाए गए थे और कितने सूख गए हैं और जो बताते हैं वह भी खबर में मेंशन किया जाए इस तरह से अखबार की खबर लिखी जाती है
अगर मेरी बात बुरी लगी हो तो इसके लिए आप सभी को सादर प्रणाम लेकिन अखबार की खबर तथ्य के आधार पर उनके नाम और वर्जन के साथ लिखा जाता है जिससे उनके ऊपर कार्रवाई हो सके।