द फेस ऑफ़ इंडिया न्यूज़ पर खबर दिखाने का हुआ असर
तहसील-बरहज जनपद देवरिया 17 सितंबर 2024 से सरयू नदी का जलस्तर कुछ इस तरह अधिक बढ़ा जिससे बरहज आरती घाट के समीप पटेल नगर पश्चिमी वार्ड संख्या 18 में नदी का जलस्तर बढ़ने से इसके करीब बहुत सारे मकान बढ़ते जलस्तर की चपेट में आ चुके थे और वर्तमान समय में भी यही हाल अभी भी है। इस खबर को दि फेस ऑफ इंडिया न्यूज़ के जरिए सरयू नदी के बढ़ते जल स्तर से घिरे मकानों की दुर्दशा एवं इन मकानों में रहने वाले लोगों की तमाम समस्याओं के बारे में खबरों के जरिए बताया गया था। खबर का असर रहा संबंधित खबर के संवाददाता से बातचीत के दौरान स्थानीय लोगों का कहना था इसके पहले हम लोगों का हाल जानने कोई नहीं आया था आज 19 सितंबर को इस वार्ड के वर्तमान सभासद के छोटे भाई शिवम निषाद ने बाढ़ पीड़ितों के घरों में जाकर उनके हाल को जाना एवं पीड़ित परिवारों का फोटो खींचते हुए बाढ़ ग्रस्त लोगों की एक सूची भी बनाई जब संबंधित खबर के संवाददाता ने सभासद के भाई से इन सब के बारे में जब जानना चाहा तो उन्होंने बातचीत के दौरान बताया इन पीड़ित परिवारों की सूची बनाकर हमने बरहज तहसील में लेखपाल को दे दी है जो बाढ़ से पीड़ित परिवारों को शासन द्वारा राहत पैकेज बहुत जल्द इन्हें मिल जाएगा।
पीड़ित परिवारों का कहना था पिछले साल एवं कुछ दिन पहले सरयू नदी का जलस्तर कुछ इसी तरह बढ़ चुका था और हम सभी का मकान बढ़ते जल्द स्तर से घिर चुका था मौके पर बरहज तहसील से बहुत से अधिकारी आए निरीक्षण भी किया लेकिन आज तक उन्हें कोई भी सहायता राशि या कोई राहत पैकेज नहीं मिला। क्षेत्र के लोगों का यह भी कहना था इतना जरूर होता है, जब भी कोई चुनाव इस क्षेत्र में पड़ता है तमाम प्रतिनिधि इन क्षेत्र का चक्कर लगाने लगते हैं उस समय हम लोगों की तमाम समस्याएं सुनने के साथ-साथ हम सभी से तमाम विकास के वादे करके चले जाते हैं लेकिन आज हम मुसीबत में हैं तो कोई हमारा हाल भी जाने नहीं आ रहा है। क्षेत्र के लोगों ने संबंधित खबर के संवाददाता को धन्यवाद कहते हुए कहा की शायद आपके आने के बाद और खबर के जरिए हम सभी की समस्या दिखाने के बाद ही यह लोग नजर आ रहे हैं, मौके पर सपा के प्रदेश अध्यक्ष भी इस वार्ड के लोगों का हाल जानने पहुंचे हुए थे, लेकिन वर्तमान यथा स्थिति वैसी ही बनी हुई है पीड़ित लोगों को अभी तक आश्वासन के शिवाय कुछ राहत पैकेज या सामग्री वर्तमान शासन के द्वारा अभी तक नहीं भेजा गया।
वाहिद अंसारी की रिपोर्ट