शिशुओं को स्तनपान कराने से मां को भी होता है स्वास्थ संबंधी बहुत सारा फायदा- डॉ पवन त्रिपाठी 3 अगस्त को देवरिया एसोसिएशन ऑफ़ पीडियाट्रिक्स (DAP) द्वारा जन जागरूकता एवं स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया संगठन के अध्यक्ष डॉक्टर जे एन पांडे ने बताया कि जन्म की 1 घंटे के अंदर स्तनपान शुरू कर देना चाहिए जन्म के 6 महीने बाद तक शिशु को मां के दूध के अलावा अन्य कोई चीज नहीं देनी चाहिए |डॉ आर के श्रीवास्तव ने बताया की बोतलबंद दूध और बोतल बच्चों के लिए खतरनाक माना गया है। बोतल में दूध पिलाने से बच्चों में कई तरह की बीमारियां घर कर लेती है। बोतल संक्रमण के स्त्रोत होते है और अतिसार उत्पन्न कर सकते है। बोतल का दूध पिलाने से बच्चा उल्टी, दस्त, निमोनिया आदि से ग्रस्त हो सकता है।इसी क्रम में डॉ प्रमोद त्रिपाठी ने बताया कि मां का शुरुआती गाढ़ा पीला दूध पोषक तत्व से भरा होता है और एक तरह का नैसर्गिक टीकाकरण होता है यह शिशु के लिए अत्यंत आवश्यक होता है |डॉ पवन त्रिपाठी ने बताया की जन्म के बाद स्तनपान करने से माँ को भी स्वास्थ् संबंधी बहुत सारे फायदे होते हैं,ऐसी माता जो अपने बच्चों को स्तनपान कराती हैं उनमें स्तन कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है शिशु के जन्म उपरांत रक्तस्राव का खतरा कम हो जाता है स्तनपान एक तरह का प्राकृतिक गर्भनिरोधक का भी काम करता है, सभी बाल रोग रोग विशेषजज्ञॉ ने अपील की परिवार अस्पताल आशाएं बहुएं सभी की जिम्मेदारी है कि गर्भवती महिला की गर्व के समय से ही स्तनपान के बारे में बताएं और शिशु के जन्म उपरांत स्तनपान कराने के लिए माँ को जिस भी मनोवैज्ञानिक शारीरिक सहायता की जरूरत हो उसे पूरा करें ताकि स्वस्थ शिशु एवं स्वस्थ माता से स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके |