
हरितालिका तीज व्रत के दिन बन रहा है शुक्ल योग और ब्रम्ह योग का दुर्लभ शुभ मुहूर्त
सलेमपुर, देवरिया । भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष के तृतीया तिथि को हरितालिका तीज व्रत रखा जाता है, इस बार यह व्रत दुर्लभ शुभ योग के साथ 6 सितंबर को रखा जाएगा।उक्त बातें बताते हुए जयराम ब्रम्ह स्थान मंंगराईच धाम के प्रधान पुजारी आचार्य अजय कुमार शुक्ल ने कहा कि इस बार तृतीया तिथि 5 सितंबर दोपहर 12 बजकर 21 मिनट के बाद शुरू हो रही है, जो 6 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 1 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि 6 सितंबर को होने के कारण इसी दिन हरितालिका तीज का निर्जला व्रत रखा जाएगा।इस दिन ग्रह नक्षत्र भी बहुत अच्छी स्थिति में होंगें।सुबह पहले दुर्लभ शुक्ल योग और फिर ब्रम्हा योग बन रहा है, साथ ही सुबह 9 बजकर 25 मिनट से 7 सितंबर को सुबह 6 बजकर 2 मिनट तक रवि योग और रात्रि 10 बजकर 15 मिनट तक शुक्ल योग रहेगा। धर्म शास्त्रों के अनुसार यह अद्भुत और शुभ संयोग माने जाते हैं।इनमें पूजा अर्चना करने से कई गुना अधिक पुण्य प्राप्त होता है।
इस व्रत में सुहागिन महिलाओं को नित्य क्रिया कर्म से निवृत्त होकर स्नानादि कर पवित्र होकर बाबा भोलेनाथ व मां पार्वती जी की मूर्ति चौकी पर सजाकर रख कर कलश स्थापना करने के पश्चात सोलह श्रृंगार का सामान रख कर हरितालिका तीज व्रत की कथा का पाठ कर विधिविधान से मां पार्वती जी व भगवान शिव की पूजा अर्चना कर आरती करें, ततपश्चात भोग लगाकर क्षमा याचना करें।पूजा के बाद अगले दिन व्रत का पारण करने से मनवांछित फल प्राप्त होता है। इस दिन कुवांरी कन्या भी मनवांछित पति के प्राप्ति के लिए पूजा अर्चना करतीं हैं।धार्मिक महत्व है कि इस व्रत से वैवाहिक जीवन सुखमय और सम्पन्न रहता है कोई कष्ट नही होता है।