बरहज/देवरिया। जिले के अत्यधिक गांव में लो वोल्टेज और जर्जर तारों के सहारे चल रही विद्युत व्यवस्था। बल्ब में जल रहा लाल एलिमेंट लो वोल्टेज ने किया जीना दुश्वार।लोगों को घूम टहलकर रात गुजारनी पड़ती है। इसमें महिलाओं और बच्चों का जीना दुश्वार हो गया है।
जिले के लगभग अत्यधिक गांव में लो वोल्टेज होने से लोग परेशान है। कुछ लाइनमैन का कहना है कि 11000 की जगह 9000 ही वोल्टेज आ रहा है जिससे काफी दिक्कतें आ रही है कभी-कभी यह वोल्टेज 10 हजार तक चला जाता है। अत्यधिक गांव के लोग परेशान होकर अनेक को बार कंप्लेंट कर चुके हैं। लेकिन बिजली विभाग के कान पर जूं तक नहीं रखता है। गांव में जर्जर तार होने से आए दिन तार का टूट कर गिरना जारी रहता है। जिसके ऐवज में प्राइवेट लाइनमैन एक जगह तार जोड़ेगा तो 300 से ₹400 लेगा ।विभागीय लाइनमैन को बुलाने पर वह आने को राजी नहीं है। शिकायत एसडीओ से करो या जेई करो कोई फर्क नहीं पड़ता। आखिर जनता को परेशान क्यों किया जा रहा है पिछले सरकारों में लाइट कुछ ही घंटे के लिए हो तो 100 से 500 वाट के बल्ब टनाटन प्रज्वलित होते थे। अब तो 5 वाट का एलईडी वाला भी नहीं चल रहा है। बल्बो में केवल लाल रंग का एलिमेंट ही जलते दिख रहा है। कुछ *लोगों का कहना है कि इस विभाग में बैठे कुछ कर्मचारी सरकार को बदनाम करना चाहते हैं। जिससे सुचारू रूप से विद्युत व्यवस्था नहीं कर रहे हैं।
आधार अपडेट के नाम पर लोगों से वसूल रहे मनमाने दाम!
भागलपुर ब्लॉक के अत्यधिक गांव में विद्युत व्यवस्था डामाडोल है। भागलपुर ग्राम में ट्रांसफार्मर काजल जाना तार टूट कर गिर जाना लगा रहता है। जिससे शांति मोहल्ला के निवासी सालों से परेशान है। लेकिन यह विभाग बार-बार कंप्लेंट करने के बाद भी लोगों की नहीं सुनता है। कई बार हेल्पलाइन पर लोगों ने अपनी दुर्दशा को सुनाया है। लार और कुंडली हाइडिल पर लोग बार-बार जाते-जाते रहते हैं। लेकिन किसी भी प्रकार का सहायता नहीं मिलता है।
सलेमपुर बिजली घर के अंतर्गत सहला सहजॉर गाँव में अंधेरा छाया रहा। फोन करने पर क़ोई भी अधिकारी नहीं उठा रहे फोन नहीं हो पा रही शिकायत दर्ज। लोगों ने जिला अधिकारी से गाँव की जनता की गुजारिश है। गाँव की भी समस्या पर ध्यान दे। लोगों ने सम्बंधित अधिकारी क़ो इस पर उचित की मांग की ताकि दोबारा लापरवाही ना हो। लोगों का कहना है कि अगर गांव में केबल तार लग जाता। तो यह कटिया डालने वाले जगह पर बार-बार तार नहीं टूटा और लोगों को रात भर अंधेरे में नहीं गुजरना पड़ता।