पश्चिमी लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर में देवरिया निवासी सेना का अधिकारी शहीद, तीन घायल।
रेजिमेंट मेडिकल ऑफिसर अंशुमान सिंह के सियाचिन ग्लेशियर स्थित बनकर में आग लगने से शहीद हो गए।
3 अन्य सैन्य कर्मी भी झुलसे जिन्हें इलाज के लिए चंडीगढ़ भेजा गया।
शॉर्ट सर्किट की वजह से बनकर में आग लगी सेना ने दिए जांच के आदेश।
भागलपुर देवरिया लार थाना क्षेत्र के बरडीहा दलपत के मूलनिवासी अंशुमान जो पश्चिमी लद्दाख के सियाचिन मैं मेडिकल ऑफिसर के पद पर थे उनके शहीद होने की खबर सुनकर उनके पैतृक गांव के लोग शोकाकुल हो गए
भारतीय सेना में रेजीमेंट चिकित्सा अधिकारी के पद पर तैनात अंशुमान सिंह 26 के शहीद होने की खबर सुनते बरडीहा दलपत में कोहराम मच गया इस हृदय विदारक घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया आसपास के लोग उन्हें 4 वर्ष पूर्व अपने पिता के साथ बरडीहा गांव पर मिले थे कैप्टन अंशुमान सिंह के पिता रवि प्रताप उर्फ अखिलेश सिंह सेना से सूबेदार पद से रिटायर हैं। बुधवार की दोपहर पिता रवि प्रताप सिंह के मोबाइल पर रेजिमेंट से फोन आया। अधिकारियों ने उन्हें सियाचिन में हुए हादसे के बारे में बताया तो घर में कोहराम मच गया। बताया जा रहा है की अंशुमान की शादी फरवरी में पठानकोट में हुई थी इनकी पत्नी सृष्टि सिंह दिल्ली के एक प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। यह घटना सुनते ही सृष्टि सिंह लखनऊ निवास स्थान पर आ गई।
अंशुमान सिंह के पैतृक गांव में दादा सत्यनारायण सिंह दादी शांति देवी सूर्य प्रताप सिंह हरी प्रताप सिंह और भानु प्रताप सिंह रहते हैं। रवि प्रताप सिंह उर्फ अखिलेश प्रताप सिंह ने नौकरी के दौरान ही लखनऊ राजाजीपुरम में बुद्धेश्वर मंदिर के पास अपना मकान बना लिया था वह पत्नी मंजू देवी और बच्चों के साथ में ही रहते है। अंशुमान की शिक्षा लखनऊ में हुई उसके बाद वह रेजीमेंट चिकित्सा अधिकारी पद पर भर्ती हो गए।