देवरिया। ग्राम तिलई बेलवा में पशुपालन विभाग द्वारा पं० दीन दयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला का आयोजन किया गया। मेले का उद्घाटन सदर सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने दीप प्रज्वलन एवं गो पूजन कर किया। इस अवसर पर सदर सांसद ने कहा कि हमारी अर्थ व्यवस्था एवं संस्कृति शाश्वत इसलिए रही कि यह ग्रामीण संस्कृति, सादगी एवं संयम की संस्कृति रही है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था एवं संस्कृति का उत्थान, पशुधन के उत्थान से ही सम्भव होगा। हमें पशु संसाधन का सही उपयोग करने की कला एवं विद्या का अनुसरण करना होगा, जिससे हमारे ग्रामीण जीवन की समस्त समस्याओं का समाधान हो सकें। कृषि को स्थायी, सस्ता एवं स्वालंबी बनाने के लिए पशुधन ही सर्वोत्तम साधन है, जो कृषि अवशेष का जैवीय पुर्नचक्रण करते हुए प्रकृति एवं पर्यावरण में संतुलन स्थापित करता है। आज का स्वतन्त्रता संग्राम ग्रामीण भारत को स्वावलम्बी बनाना है, जिसका मूल साधन पशुधन है।
पशु आरोग्य मेले में 180 बड़े पशुओं की तथा 144 छोटे पशुओं की चिकित्सा की गयी तथा 244 पशुओं में लम्पी रोग के रोकथाम हेतु टीकाकरण, 01 पशु का कृत्रिम गर्भाधान तथा दवा वितरण किया गया।कार्यक्रम में गो संरक्षण, संवर्धन, उन्नयन हेतु शासन की विभिन्न प्रकार की योजनाओं यथा पशुधन के०सी०सी०, पशुधन बीमा, कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण, एन०एल०एम० योजना, मोबाईल वेटनरी यूनिट आदि पर विस्तृत प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा० ए०के० वैश्य, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, राजकीय पशु चिकित्सालय देवरिया सदर डा० यू०के० सिंह, पीयूष प्रकाश श्रीवास्तव, शिव रामपति त्रिपाठी पशुधन प्रसार अधिकारी अन्य विभागीय कर्मचारी / अधिकारियों के साथ पवन मिश्रा-अध्यक्ष भाजपा किसान मोर्चा, पंकज मिश्रा पूर्व प्रधान, गोविन्द चौरसिया-जिला अध्यक्ष-पिछड़ा मोर्चा तथा सैकड़ों किसान तथा पशुपालक मौजूद रहे।