बरहज। देवरिया बरहज ब्लॉक के सभागार में शनिवार को मत्स्यपालकों व मछुआरा समाज के लोगों को एफएफपीओ से जुड़कर मत्स्य पालन को बढ़ावा देने व धनार्जन करने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ I न्युसीड के जिला को-आर्डिनेटर पंकज सिंह ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में मछली पालन एक महत्वपूर्ण व्यवसाय है जिसमें रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। ग्रामीण विकास एवं अर्थव्यवस्था में मछली पालन की महत्वपूर्ण भूमिका है। मछली पालन के द्वारा रोजगार सृजन तथा आय में वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं, ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़े हुए लोगों में आमतौर पर आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अन्य कमजोर तबके के हैं जिनका जीवन-स्तर इस व्यवसाय को बढ़ावा देने से उठ सकता है। जिसको लेकर बरहज में एफएफपीओ का गठन हुआ है जिससे जुड़कर मत्स्य पालन को बढ़ावा और धनार्जन किया जा सकता है.
कृषि रक्षा इकाई के राधेश्याम ने कहा कि मत्स्यपालन सुलभ,सस्ता और अधिक आय देने वाला व्यवसाय है I ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि मत्स्य पालन सह-धान उत्पादन की खेती में धान की दो फसल एवं साल में मछली की एक फसल धान की दोनों फसल के साथ की जा सकती हैं। समाजसेवी जीतेन्द्र भारत ने कहा कि मत्स्य पालन हेतु शासन की विभिन्न योजनाएं हैं, लेकिन प्रचार-प्रसार नहीं होने से योजनाओं का लाभ आमजन तक नहीं पहुँच पा रहा है I जिसके लिए मत्स्यपालन विभाग और कार्यदायी संस्थानों को आगे आने की जरुरत है I इस दौरान सीईओ सर्वेश कुमार, हरेराम, विकास कुमार, गजानन्द मौर्य, मोहन प्रसाद निषाद, चिंतामणि साहनी, रामहोशिला साहनी, जीतेन्द्र जायसवाल, सभासद उमेश यादव, धर्मेन्द्र जायसवाल, रामकृपाल शुक्ला, दीनानाथ निषाद, सिमिरखी देवी, बिन्दु कुशवाहा, छाया पटेल, कोदई मांझी, सुरेन्द्र साहनी, सूरज निषाद, श्रीराम उपाध्याय, लक्ष्मी यादव, बृजानंद निषाद, अंगद निषाद, सुभाष साहनी, मुन्ना कुशवाहा, नन्दलाल निषाद, शोएब रसीदी आदि लोग मौजूद रहें.
लखनेश्वरडीह किला पर शिव महापुराण कथा का शुभारंभ कलश यात्रा में सैकड़ो नर-नारियों ने लिया भाग