उत्तर प्रदेश

पर्यावरण की रक्षा हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी- तहसीलदार अश्वनी कुमार बरहज

पर्यावरण की रक्षा
बरहज देवरिया :
बरहज तहसील की तहसीलदार अश्वनी कुमार ने देऊवारी गांव में जाकर श्री प्रेम शंकर उपाध्याय खेत में सड़क के किनारे- किनारे 300 पौधारोपण कर लोगों को यह बताया आज के समय में लोग दिन प्रतिदिन आलसी होते जा रहे हैं उन्होंने ने बताया कि लोग सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर आधारित होते जा रहे हैं जिसके चलते लोगों में अनेक प्रकार की बीमारियों से ग्रसित होते जा रहे हैं जिसका मुख्य कारण है सिर्फ और सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर आधारित होना और कम परिश्रम करना जिससे लोगों को स्वास रोग सहित अन्य प्रकार की बीमारियों से युवा अवस्था में ही लोग ग्रसित होते जाते हैं लेकिन अपने पर्यावरण प्राकृतिक से जुड़ने का कार्य नहीं करते उन्होंने बताया कि हमारे प्रकृति से जो कि जुड़ा है चाहे वह पेड़ पौधा या अनाज आज भी हम पेड़ पौधे या अनाज अनाज ही हमसभी का पेट भरने का साधन है तो पेड़ पौधे कुपोषण से बचाते हैं एवं के साथ वनस्पतियों से हमें अनेक प्रकार की ऊर्जा प्राप्त होती है|

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पेड़ पौधे से हमें शुद्ध रूप से ऑक्सीजन के साथ ही रितु फल ग्रहण करने से हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता सर्वाधिक होता है जिससे हमारे शरीर में बीमारियां उत्पन्न नहीं होती साथ ही उन्होंने बताया कि हम प्राकृत से अगर जुड़ते हैं तो निश्चित तौर पर प्राकृतिक भी हम से जुड़ने का कार्य करेगी। उन्होंने कहा जेहि पर जेहि पर सत्य सनेहू सो तेहि मिलय न कछु संदेहू।। जिस प्रकार से हम अपने शरीर की रक्षा के लिए कार्य करेंगे शरीर भी हमारी रक्षा उसी प्रकार से कहेगी। अतः हमें आवश्यकता है कि किसी भी कार्य को करने से पहले हम संकल्पित होने तो हमें सफलता निश्चित ही मिलेगी।
हमें यह आशा है कि यदि हम प्राकृत के नियमों के अनुसार कार्य करेंगे अपने खानपान सहित वातावरण की शुद्धि के लिए पेड़ अत्यंत ही आवश्यक है उन्होंने बताया कि हम सभी को संकल्पित होकर अपने आसपास कम से कम 2-3 पौधे अवश्य लगाना चाहिए जिससे हम अपने प्रकृति के साथ-साथ अपने वातावरण को शुद्ध करते हुए बढ़ते प्रदूषण को और रोक सकें दिल्ली गाजियाबाद सहित अन्य जगहों पर लगातार पेड़ों के कटान से ही आज वहां शुद्ध वायु नहीं मिल पाती जिससे वहां के लोग आज खुली हवा में सांस लेने के लिए भी तरस रहे हैं उनके पास कोई ऐसा व्यवस्था नहीं है जिससे वे लोग खुली हवा में सांस लेने वे लोग सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर आधारित होते जा रहे हैं जिससे उनकी शरीर अत्यंत कोमल होती चली जा रही है अगर हमें अपने वातावरण को शुद्ध रखना है पर्यावरण को बचाना है तो हमें पौधा लगाना है। तहसीलदार के साथ सोनू उपाध्याय ,पत्रकार भगवान उपाध्याय, हेमंत कुमार उपाध्याय सहायक अभियंता मीटर गोरखपुर, योगेंद्र विश्वकर्मा, बोलू प्रसाद विनोद विश्वकर्मा, विनोद यादव के साथ गांव के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

Bhagavan Upadhyay