जिलाधिकारी ने बताया कि दूर-दूर से जनता अपनी समस्याओं को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने के लिए जिला मुख्यालय पर आ रहे हैं, जब कि अधिकांश प्रकरणों का निस्तारण स्थानीय कर्मचारियों, अधिकारियों ( लेखपाल / राजस्व निरीक्षक, क्षेत्रीय सचिव, विकास खण्ड / थाना) के स्तर से सम्भव हैं। इससे ऐसा परिलक्षित हो रहा है कि स्थानीय कर्मचारियों/अधिकारियों द्वारा दायित्वों के निर्वहन में उदासीनता बरती जा रही है और उनकी लापरवाही के कारण आम जन का मुख्यालय तक आने जानें में अनावश्यक समय, श्रम एवं किराए के पैसे का अपव्यय हो रहा है । ऐसे प्रकरणों को चिन्हित कर सम्बन्धित दोषी का दायित्व भी निर्धारित किया जाएगा।