लखनऊ। जन विकास समिति, वाराणसी एवं समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केन्द्र (सी.आर.सी.)-लखनऊ, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान, नई दिल्ली के प्रशासनिक नियंत्रणाधीन, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 17 नवम्बर 2021 बुधवार की सुबह 10:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक समेकित क्षेत्रीय केन्द्र (सी.आर.सी.)- लखनऊ के प्रांगण में राज्य स्तरीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मनीष गुप्ता, माननीय राज्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार एवं उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड के कर- कमलों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. हिमांग्शुदास, निदेशक (प्र.), पी. डी. यू. एन. आई. पी. पी. डी., नई दिल्ली तथा वक्ता के रूप में श्रीमती आलोका गुहा, पूर्व चेयरपर्सन, नेशनल ट्रस्ट, भारत सरकार एवं जोजू वर्गीज़, एसोसिएट जनरल मैनेजर, सी. आर. आई., मुम्बई रहे। मुख्य अतिथि माननीय मंत्री का स्वागत रमेश पाण्डेय, निदेशक, सी. आर. सी.- लखनऊ के द्वारा पुष्पगुच्छ प्रदान कर तिलक लगाकर किया गया। विशिष्ट अतिथि एवं अन्य अतिथियों का स्वागत संस्था जन विकास समिति, वाराणसी एवं सी. आर. सी., लखनऊ के पदाधिकारियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बोलते हुये मनीष गुप्ता ने कहा कि जन विकास समिति, वाराणसी एवं सी. आर. सी.- लखनऊ के द्वारा शिक्षण- प्रशिक्षण के अन्तर्गत कराये जा रहे इस एक दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षणात्मक गतिविधि से सभी प्रतिभागियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 एवं शिक्षा के अधिकार अधिनियम, 2009 के विषय में विस्तृत ज्ञानार्जन होगा। कार्यक्रम में बोलते हुये डॉ. दास ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारतीय चिन्तन के मतानुरूप शैक्षणिक चिन्तन को जागृत कर रही है। यह नये भारत की सोच को स्थापित करेगी। धन्यवाद ज्ञापन की कड़ी में रमेश पाण्डेय, निदेशक, सी. आर. सी., लखनऊ ने बताया कि शिक्षा आत्मकल्याण, आत्मगौरव का मार्ग प्रशस्त करती है जिस हेतु आत्ममंथन दिव्यांगजनों की उच्चता हेतु परम आवश्यक है। कार्यक्रम में राज्य के भिन्न- भिन्न जिलों से आये 150 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग कर प्रमाण पत्र प्राप्त किया।
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