Terror of monkeys and suffering from heat
बरहज: बरहज तहसील जनपद देवरिया एक तरफ जहां बिजली की कटौती से इस भीषण गर्मी में लोग परेशान हैं लोग अपना छत होते हुए भी इस भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए लोग अपनी ही छत पर जाना चाहते हैं तो जाने से मजबूर है क्योंकि छत तो लोगों का है लेकिन वर्तमान में लोगों की छतों पर हुकूमत खूंखार आतंकी बंदरों की है अगर कोई हिम्मत करके चला भी जाता है तो यह आतंकी बंदर तुरंत काटने को दौड़ा लेते हैं।
आपको बताते चलें इन आतंकी बंदरों के आतंक के बारे में जो बरहज नगर पालिका के बहुत से वार्डों में इनका आतंक हमेशा बना रहता है बहुत सारे चैनल एवं समाचार पत्रों के माध्यम से इसके बारे में लिखा एवं दिखाया जा चुका है। ताकि शासन का ध्यान इधर केंद्रित हो सके एवं शासन के आदेशानुसार इन्हें पकड़वाकर इनके सही स्थान पर इन्हें पहुंचाया जा सके। बावजूद इसके शासन ने अभी तक इन खबरों पर किसी भी प्रकार का ध्यान न देते हुए अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। वर्तमान समस्या क्षेत्र के लोगों के लिए यह बनी हुई है शासन के आदेश अनुसार जो भी राशन की दुकान से लोगों को राशन मिलता है लोग गेहूं वगैरह को धोकर छत पर सूखने के लिए डालते हैं तो यह आतंकी बंदर उसे खाने लगते हैं एवं महिलाएं छत पर कपड़े सूखने के लिए डालने जाती हैं तो पहले से इन खूंखार आतंकी बंदरों की मौजूदगी रहती है यह आतंकी बंदर काटने को दौड़ते हैं एवं बहुत से लोग इनके काटने का शिकार पहले भी हो चुके हैं जिसको अनेक समाचार पत्रों के जरिए बताया जा चुका है।
हद तब हो जाती है छत पर सूखने के लिए कपड़े को फाड़कर यह तार तार कर देते हैं एवं घर में घुसकर फ्रिज खोलकर खाने पीने के समान को लेकर भाग जाते हैं एवं बहुत से लोगों के महंगे एंड्राइड मोबाइल को भी लेकर यह आतंकी बंदर पहले भी भाग चुके हैं। संबंधित खबर के संवाददाता ने इस संदर्भ में बरहज वन विभाग के रेंजर अधिकारी को इन विषयों से अवगत कराया था तो उन्होंने बातचीत के दौरान पेपर में वर्तमान शासन का आदेश दिखाते हुए बताया कि यह हमारा कार्य नहीं है शासन के आदेशानुसार इस खूंखार आतंकी बंदरों को पकड़ने का आदेश बरहज नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी के आदेश एवं उनके प्रयास से ही यह संभव है। वर्तमान समस्या यह बनी हुई है यह खूंखार आतंकी बंदर एक झुंड की शक्ल में चलते हैं और लोगों के हर छत पर अपना कब्जा जमाए रहते हैं जिससे लोग इस भीषण गर्मी में बिजली कटौती के बावजूद अपने छत पर शुद्ध ऑक्सीजन लेने के लिए मजबूर है।