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सड़क सुरक्षा पखवाड़े का हुआ शुभारंभ

सदर विधायक ने सड़क सुरक्षा जागरूकता रैली को किया रवाना

सड़क हादसे में घायल व्यक्ति की मदद कर बने देवदूत: डॉ शलभ मणि त्रिपाठी

सड़क हादसे में घायल व्यक्ति की मदद करने पर मिलेगा पुरस्कार: डीएम

बरहज ,देवरिया, सदर विधायक डॉ शलभ मणि त्रिपाठी, जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने आज एआरटीओ कार्यालय के निकट द्वितीय सड़क सुरक्षा पखवाड़े का शुभारंभ किया। सड़क सुरक्षा पखवाड़ा 15 दिसंबर से 31 दिसंबर तक मनाया जाएगा, जिसमें सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए विविध जागरूकतापरक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
इस अवसर पर सदर विधायक डॉ शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जन भागीदारी अनिवार्य है। यातायात नियमों का पालन करें और सुरक्षित रहें। उन्होंने कहा कि प्रायः यह देखने में आता है कि लोग सड़क हादसे में घायल व्यक्ति की मदद करने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। कुछ ऐसे भी मामले संज्ञान में आयें हैं जहां घायल की मदद करने के स्थान पर लोग मोबाइल से वीडियो बनाते हैं। उन्होंने जनसमुदाय से अनुरोध किया कि किसी घायल का वीडियो बनाकर समय व्यर्थ न करें बल्कि उसकी मदद करें और उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाए। ऐसा करने से उसका जीवन बच जाएगा और आप उसके लिए देवदूत की तरह हो जाएंगे। परिवार के बड़े-बुजुर्ग सुनिश्चित करें कि घर से युवा जब दोपहिया वाहनों से बाहर निकले तो हेलमेट अवश्य लगाएं और यातायात नियमों का पालन करें। सीट बेल्ट का प्रयोग करें एवं ड्राइविंग करते समय मोबाइल का प्रयोग न करें।उन्होंने कहा कि सड़क हादसे में किसी की मृत्यु होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण होता है।

परिवहन मंत्री ने किया सड़क सुरक्षा द्वितीय पखवाड़ा के उद्घाटन समारोह का शुभारंभ

जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि दुर्घटना में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति(गुड सेमेरिटन) को सड़क सुरक्षा कोष से पांच हजार रुपये प्रोत्साहन राशि पुरस्कार स्वरूप देने का प्रावधान है। यह राशि सड़क सुरक्षा कोष से आवंटित की जाती है। डीएम ने नागरिकों से सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने की अपील की, जिससे उनकी जान बचाई जा सके। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के बाद का एक घंटा गोल्डन ऑवर होता है, इस अवधि में घायल को हॉस्पिटल पहुंचाकर उसका जीवन बचाया जा सकता है। यदि आम लोग बतौर गुड सेमेरिटन घायलों को अस्पताल पहुंचाए तो सड़क हादसों में होने वाली 50 प्रतिशत मृत्यु को कम किया जा सकता है।जिलाधिकारी ने कहा कि तेज गति से वाहन न चलाए। गलत तरीके से ओवरटेक न करें। हेडलाइट हाई बीम पर नहीं जलाएं। नींद, थकान एवं नशे की दशा में वाहन बिल्कुल न चलाये। घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाना अत्यंत पुण्य का काम है।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा कि थोड़ी सावधानी बरतकर एवं ट्रैफिक नियमों का पालन कर दर्घटना से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि लोग स्वप्रेरणा से ट्रैफिक नियमों का पालन करेंगे तो दुर्घटनाएं स्वतः कम हों जाएंगी।
कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा शपथ भी लिया गया। इसके पश्चात सदर विधायक ने सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत वाहन रैली को भी रवाना किया। इस अवसर पर सीएमओ डॉ राजेश झा, एआरटीओ आशुतोष शुक्ला, बीएसए शालिनी श्रीवास्तव, डीआईओएस वीरेंद्र प्रताप सिंह, अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी मनोज पांडेय, आरके सिंह, पीटीओ अनिल तिवारी, टीएसआई भूपेंद्र सिंह सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

TFOI Web Team

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