देवरिया (ब्यूरो रिपोर्ट) | जब इलेक्ट्रिक वाहन के रूप में ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ तो किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि कुछ सालो के अंदर ही शहर की सड़कों पर अन्य वाहनों की तुलना में ई-रिक्शे ही नजर आएंगे. यही ई रिक्शा जाम के साथ ही साथ दुर्घटना का भी कारण बनेंगे. आज धीरे-धीरे यह ई-रिक्शा आउटर रूट से निकलकर मुख्य मार्गो ही नहीं हाईवे तक दौड़ने लगे. इससे शहर के अंदर भीषण जाम लगने लगा. यही नहीं यही रिक्शा दुर्घटना का भी बड़ा कारण बनने लगे हैं.

एक अनुमान के कोअनुसार देवरिया शहर के अंदर ही लगभग 9000 से ऊपर ई-रिक्शा दौड़ रहे हैं, वहीं अवैध तरीके से जो ई-रिक्शा चल रहे हैं उनकी संख्या अज्ञात है ई-रिक्शा शहर की सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं. जो आम जनताके  लिए मुसीबत का कारण बन रहे हैं, खासतौर पर त्योहारो पर भीड़ भाड़ वाले इलाकों में ये जाम के प्रमुख कारण बन जाते है जहाँ नो-इंट्री में फोर व्हीलर निषेध है वही ये संकीर्ण गलियों से प्रवेश कर जाते है ई-रिक्शा के आतंक से परेशान पंकज बरनवाल जो एक व्यवसाई है का कहना है कि ई-रिक्शा बहुत बड़ी बाधा है हर तरफ ई-रिक्शा ही नजर आते हैं इनके लिए कोई पॉलिसी क्यों नहीं बनती जाम का सबसे बड़ा कारण शहर में ई-रिक्शा का अत्यधिक चलना हैं.

बड़ी संख्या में दौड़ रहे ई रिक्शा जाम और दुर्घटना दोनों का ही कारण हैं. इन पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए. गृहणी निवेदिता मिश्रा का कहना है की प्रशासन को चाहिए कि ई रिक्शा के संचालन हेतु एक रूट निर्धारित कर दिया जाए जिस शहर की गलियों में ई रिक्शा द्वारा जाम ना लगे, स्थानीय निवासी ब्राजेश यादव ने भी ई-रिक्शा से लगने वाले जाम से पीड़ित हैं उनका भी कहना है कि जब हम अपने शॉप पर जाते हैं तो सुबह शाम के समय हर चौराहे पर ई-रिक्शा की वजह से जाम ही मिलता है इसे कभी-कभी तो शॉप पहुंचने में देर तक हो जाती है ई रिक्शा पर जरूर लगाम लगानी होगी इनकी संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *