rajkotupdates.news
Online dating : राजकोट शहर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. समलैंगिक संबंध बनाने की कोशिश में एक युवक के जाल में फंसने की घटना (राजकोट) के खिलाफ ऑनलाइन आवेदन आया है। जिसमें यह बात सामने आई है कि एक युवक को आधा नंगा कर वायरल वीडियो बनाने की धमकी देकर 20 हजार रुपये की मांग की. यूनिवर्सिटी पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को कुछ घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया है।
लोग आज इंटरनेट के जरिए एक दूसरे के करीब आ गए हैं। Play Store पर दोस्ती या सोशल मीडिया से जुड़े कई ऐप भी मौजूद हैं। इन सबके बीच राजकोट के रहने वाले एक युवक को गूगल प्ले स्टोर से ब्लड नाम की एप्लीकेशन डाउनलोड करने में दिक्कत हुई।
युवक ने पुलिस को दी शिकायत में कहा, “मैं कॉलेज में पढ़ रहा हूं। मैंने तीन दिन पहले ब्लड गे डेटिंग और वीडियो जेट नाम से एक ऐप ऑनलाइन डाउनलोड किया था। इस ऐप में समलैंगिक संबंधों में दिलचस्पी रखने वाले लोगों का एक समूह है, जिसमें मैं पिछले शनिवार को शामिल हुआ था।” . जब मैं अपने घर पर था, मुझे आवेदन में एक अजनबी का संदेश प्राप्त हुआ।जब मैंने उस व्यक्ति को उत्तर दिया तो उसने मेरी उम्र पूछी। मैंने कहा कि मैं 21 साल का हूँ । फिर उन्होंने मुझे व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए केकेवी चौक पर बुलाया। जहां मैंने अपनी बाइक ली और दोपहर तीन बजे उधर गया।”
rajkotupdates.news- “इसी बीच, एक अजनबी भी वहाँ खड़ा था। फिर उसने मुझे अपने कमरे में जाने के लिए कहा। हम उसके कमरे में गए। फिर तीन लोग अचानक वहाँ दौड़ पड़े। उन्होंने कहाँ की पैसे देदों नही तो हम तुम्हें मार देंगे। मैंने उसे अपना नकद दिया और मेरा मोबाइल फोन डर के मारे सब दे दिया उन्होंने मेरी बाइक की चाबी भी ले ली।
तब पुरुषों ने कपड़े उतारे और उन्होंने मुझसे यह भी कहा कि अगर आप हमें पैसे नहीं देंगे तो हम इस वीडियो को वायरल कर देंगे।
उसके बाद युवक ने अपने चाचा से बात की। उसके चाचा फिर घटनास्थल पर पहुंचे लेकिन वहां ताला लगा मिला। बाद में पीड़िता और उसके चाचा ने थाने पहुंचकरउन्हें पूरा मामला बताया और शिकायत दर्ज कराई
बाद में कुछ घंटों के भीतर ही पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस ने भार्गव राजेशभाई डाभी, अमन सालिंभाई कादरी, सोहिलभाई कादरी और अफरीदभाई कादरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 386, 342, 469, 506 (2), 114 और 135 के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों के रिमांड की मांग की जाएगी। साथ ही रिमांड के दौरान आरोपी से भी पूछताछ की जाएगी कि क्या पूर्व में किसी अन्य व्यक्ति को इस तरह से प्रताड़ित किया गया है।