▪️श्रवण शर्मा / मुंबई
भारत के हिंदी टेलीविजन में पत्रकार एवं कार्यक्रम निर्देशक विनोद दुआ अब नहीं रहे। गत् 4 दिसंबर 2021 को उनका देहांत हो गया। 11 मार्च 1954 को जन्मे विनोद दुआ का बचपन दिल्ली के शरणार्थी शिविरों में बीता। उनका परिवार 1947 में भारत की आजादी के बाद डेरा इस्माइल खान से स्थानांतरित हो गया। उन्होंने हंसराज कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और दिल्ली विश्वविद्यालय से साहित्य में अपनी मास्टर डिग्री प्राप्त की । इसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पत्रकारिता से अपना कैरियर शुरू किया। तत्पश्चात वे दूरदर्शन और न्यू देहली टेलीविजन लिमिटेड के समाचार चैनल (एन.डी.टी.वी इंडिया) के प्रमुख प्रस्तुतकर्ता एवं समाचार वाचक रहे। हजारों घंटों प्रसारण के अनुभवी, विनोद दुआ एक एंकर, राजनीतिक टिप्पणीकार, चुनाव विश्लेषक, निर्माता और निर्देशक रहे।

उन्हें 2008 में भारत सरकार द्वारा पत्रकारिता के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया। लिवर संबंधित लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उनका निधन हो गया। विनोद दुआ द्वारा किये गए प्रमुख कार्यक्रमों में 'युवजन', 'आपके लिए', 'जनवाणी', 'चक्रव्यूह', 'परख', 'चुनाव चुनौती', 'जायका इंडिया का', 'जन गण मन की बात' आदि प्रमुख हैं। ऐसे पत्रकार के परलोक गमन के बाद पत्रकारिता जगत का एक कोना सूना हो गया है।