Odisha Train Accident: मालगाड़ी पर चढ़ गया इंजन, देखी नहीं होगी ऐसी भीषण टक्कर, बालासोर में जंग की तबाही जैसा है मंजर...

ओडिशा के बालासोर में बहनागा बाजार स्टेशन के पास तीन ट्रेनें इस तरह टकराईं मानो देश में कोई युद्ध छिड़ गया हो और गोलाबारी और बमबारी से सब अस्त-व्यस्त हो गया है. 

इस ट्रेन हादसे में एक के बाद एक ट्रेनें बेपटरी होकर दूसरे ट्रैक पर जा गिरीं और अन्य ट्रेनों को चपेट में लेती गईं.  

इस हादसे में मरने वालों की तादाद 280 हो गई है और 900 लोग घायल हैं. मौके पर बड़े पैमाने पर बचाव और राहत का अभियान चल रहा है. सेना भी बचाव के काम में जुटी हुई है.  

वायुसेना के हेलीकॉप्टर भी मौके पर मौजूद हैं और 50 से ज्यादा एंबुलेंस तैनात हैं. शनिवार सुबह अंधेरा छंटा तो इस हादसे की तस्वीर और साफ हुई और हादसे की दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं. 

एनडीआरएफ को बोगियों के बीच चिपके शवों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल करना पड़ा. अब भी कई घायल ऐसे हैं जो क्षतिग्रस्त बोगियों में फंसे हुए हैं. 

हादसा ऐसा था कि एक बार में कुछ समझ ही भी नहीं आ सका. पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर की खबर आई. इसके बाद हावड़ा एक्सप्रेस के टकराने की भी बात सामने आई.  

फिर साफ हुआ कि पहले गाड़ी संख्या 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे.  पटरी से उतरे ये डिब्बे गाड़ी संख्या 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए. 

फिर कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई.  

ट्रेन संख्या 12841 (कोरोमंडल एक्सप्रेस) के कोच बी2 से बी9 तक के कोच पलट गए थे. वहीं ए1-ए2 कोच भी ट्रैक पर औंधे जा पड़े. वहीं, कोच B1 के साथ-साथ इंजन  पटरी से उतर गया और कोच एच1 और जीएस कोच ट्रैक पर रह गए. 

हादसे में मारे गए लोगों के लिए दस दस लाख के मुआवजे का ऐलान किया गया है और पीएम राहत कोष से भी दो दो लाख रुपए देने का ऐलान किया है.