Devshayani Ekadashi 2023 :
देवशयनी एकादशी का महत्व
इस एकादशी को सौभाग्य की एकादशी के नाम से
भी जाना जाता है।
पद्म पुराण का दावा है कि इस दिन उपवास या उपवास करने से जानबूझकर या अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति मिलती है।
इस दिन पूरे मन और नियम से पूजा करने से महिलाओं की मोक्ष
की प्राप्ति होती है।
ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार देवशयनी एकादशी का व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
शास्त्रों के अनुसार चातुर्मास में
16 संस्कारों का आदेश नहीं है।
इस अवधि में पूजा, अनुष्ठान, घर या कार्यालय की मरम्मत, गृह प्रवेश, ऑटोमोबाइल खरीद और आभूषण की खरीद की जा सकती है।
मान्यताओं के अनुसार इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने के लिए क्षीरसागर में शयन के लिए
चले जाते हैं
कहा जाता है कि जो जातक देवशयनी एकादशी का व्रत करते हैं उनके सारे दुख, दर्द दूर हो जाते हैं और उनकी सारी मनोकामनाएं
पूर्ण हो जाती हैं.
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