गठिया आज के समय की तेजी से बढ़ने वाली समस्या बनती जा रही है, जिसमें लोगों को हर दिन दर्द का अनुभव होता है। गठिया को मैनेज करने के लिए इसके दर्द को कम करना, सूजन कम करना और जोड़ों के मूवमेंट में सुधार करना जरूरी है।
सेहत के लिए सेब के फायदे किसी से छिपे नहीं हैं। वहीं गठिया में भी ये काफी फायदेमंद हो सकते हैं। सेब क्वेरसेटिन का एक समृद्ध स्रोत है, जो अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभावों के लिए जाना जाता है। क्वार्सेटिन शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है, जो बदले में गठिया के लक्षणों को कम करने में मददगार हैं।
चेरी भी गठिया को मैनेज करने में फायदेमंद हो सकती है। चेरी में एंथोसायनिन होता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी होते हैं और शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि चेरी या चेरी के जूस से सूजन में कमी लाई जा सकती है, जिससे गठिया के मरीजों में दर्द के स्तर में कमी आ सकती है।
अनानास में ब्रोमेलैन नाम का एक एंजाइम पाया जाता है, जिसके एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभावों को लेकर अध्ययन किया गया है। अनानास को डाइट में शामिल करके सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है, जो जोड़ों के दर्द और सूजन जैसे गठिया के लक्षणों से राहत दिला सकता है।
ब्लूबेरी एंटीऑक्सिडेंट का एक अच्छा स्त्रोत है। साथ ही इसमें कई और लाभकारी गुण मौजूद हैं, जो गठिया के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट फ्री रैडिकल्स को बेअसर करके और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके शरीर में सूजन से लड़ने में मदद करते हैं।
संतरे विटामिन सी का एक अच्छा स्त्रोत है। फ्रेशनेस देने के साथ ही संतरे गठिया को मैनेज करने में भी मददगार हो सकते हैं। विटामिन सी सूजन को कम करने और ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है
जो शरीर को ऊर्जा देता है। यह मांसपेशियों के विकास में भी सहायक है। एक्सरसाइज करने से पहले अंडे खाने से एनर्जी और स्टैमिना बढ़ाने में मदद मिलती है।
ड्राई फ्रूट्स में प्रोटीन, विटामिन, फैट, फाइबर और कार्ब्स जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसे खाने से शरीर के एनर्जी लेवल को बढ़ाते हैं, जिससे एक्सरसाइज करने में मदद मिलती है।