वतन पर जो फिदा होगा,
अमर वो हर नौजवान होगा,
रहेगी जब तक दुनिया ये,
अफसाना उसका बयाँ होगा।
आजादी की कभी शाम ना होंगे देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे,
बची है लहू की एक बूँद भी रगों में,
तब तक भारत माता का आँचल
नीलाम ना होने देंगे।
काले गोरे का भेद नहीं,
इस दिल से हमारा नाता है,
कुछ और न आता हो हमको,
हमें प्यार निभाना आता है।
धरती सुनहरी अंबर नीला
हर मौसम रंगीला,
ऐसा देश है मेरा।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तान का सम्मान का है।
जमाने भर में मिलते है आशिक कई,मगर वतन से खूबसूरत कोई कफन नहीं होता,नोटों में लिपट कर और सोने में लिपटकर मरे है कई,मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफन नहीं होता।
दे सलामी इस तिरंगे को,
जिससे तेरी शान है,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका,
जब तक दिल में जान है।
ये बात हवाओं को भी बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को भी जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाजत की हमने,
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना।
हर तूफान को मोड़ दे दो
जो हिन्दुस्तान से टकराए,
चाहे तेरा सीना हो छलनी,
तिरंगा ऊँचा ही लहराए।
आजाद भारत के लाल है हम,
आजाद शहीदों को सलाम करते हैं।