Miss You Maa Shayari : माँ पर शानदार शायरी

माँ पहले आंसू आते थे  तो तुम याद आती थी आज तुम याद आती हो  तो आंसू निकल आते है 

“कौन सी है वो चीज़  जो यहाँ नहीं मिलती,  सब कुछ मिल जाता है  पर माँ नहीं मिलती..” 

कभी चाउमीन, कभी मैगी,  कभी पीजा खाया लेकिन, जब मां के हाथ की रोटी खायी तब ही पेट भर पाया। 

“घर में धन, दौलत, हीरे, जवाहरात सब आए, लेकिन जब घर में मां आई तब खुशियां आई..” 

रूह के रिश्तो की यह गहराइयां तो देखिए, चोट लगती है हमें और दर्द मां को होता है। 

हर घड़ी दौलत कमाने में इस तरह मशरूफ रहा मैं, पास बैठी अनमोल मां को  भूल गया मैं। 

मैंने कभी भगवान को  नहीं देखा है, लेकिन मुझे इतना यकीन हे की, वो भी मेरी माँ की तरह होगा! 

भीड़ में भी सीने से लगा के  दूध पिला देती है, बच्चा अगर भूखा हो  तो माँ शर्म को भुला देती है। 

मांगने पर जहाँ पूरी  हर मन्नत होती है माँ के पैरों में ही  तो वो जन्नत होती है..” 

“किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकान आई , मैं घर में सबसे छोटा था  मेरे हिस्से में माँ आई..”