कार्तिक माह के बाद मार्गशीर्ष माह का आरंभ होता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह नौवां महीना है।
हिंदू कैलेंडर के नौवें महीने में देवी महालक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है।
मार्गशीर्ष महीने में गुरुवार का व्रत महाराष्ट्र के कई हिस्सों में मनाया जाता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार इस व्रत को करने से भक्तों को जीवन में धन, सफलता और समृद्धि के साथ देवी लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है। साथ ही जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और धन-समृद्धि से जीवन सुखमय हो जाता है।
इस वर्ष मार्गशीर्ष माह की शुरुआत अमावस्या के दूसरे दिन यानि 13 दिसंबर दिन बुधवार से हो रही है। पहला गुरुवार 14 दिसंबर, दूसरा गुरुवार 21 दिसंबर, तीसरा गुरुवार 28 दिसंबर और चौथा गुरुवार 4 जनवरी को है।
प्राचीन धार्मिक ग्रंथों के अनुसार मार्गशीर्ष माह को धार्मिक कार्यों के लिए विशेष माना जाता है इसलिए इस माह को बहुत ही शुभ माना जाता है
कहा जाता है कि इसी माह से सतयुग का प्रारंभ हुआ था। इसलिए इस माह में पूजा-पाठ जैसे शुभ कार्य अधिक फलदायी होते हैं।
कहा जाता है कि मार्गशीर्ष गुरुवार के दिन व्रत रखकर देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करने से भक्तों पर लक्ष्मी-नारायण की कृपा प्राप्त होती है।