लाइफ में आप भी है परेशान  तो जानें गीता के उपदेश जिससे कभी नही होंगे निराश 

श्रीमद्भागवत गीता में भगवान कृष्ण के उन उपदेशों का वर्णन है जो उन्होंने महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को दिया था 

जब भी मन परेशान हो तो एक गहरी सांस लेकर अपने सारे कष्ट, दुविधाएं और परेशानी प्रभु के चरणों में समर्पित कर दीजिए. क्योंकि जीवन की सारी परेशानियां प्रभु के चरणों में आकर समाप्त हो जाती हैं.

हर व्यक्ति को अपने क्रोध पर काबू करना चाहिए. क्रोध आने पर व्यक्ति का खुद पर नियंत्रण नहीं रहता है और वो आवेश में आकर गलत काम कर बैठता है.  

जीवन का कोई भी फैसला कभी भी क्रोध में आकर नहीं करना चाहिए क्योंकि क्रोध में लिए गए फैसेल अक्सर गलत होतें है. इन फैसलों से व्यक्ति आगे चलकर बहुत पछताता है. 

मनुष्य को उसके कर्मों के अनुरूप ही फल मिलता है. इसलिए परिणाम के बारे में सोचे बिना व्यक्ति को सिर्फ सही कर्मों पर ही ध्यान देना चाहिए. 

ढ़ती आयु हर व्यक्ति को इस बात का एहसास कराती है कि उसे किन चीजों को महत्व देना चाहिए और किन्हें नहीं.  

कठिन समय में जब मन से धीरे से आवाज आती है कि 'सब अच्छा होगा' वही आवाज परमेश्वर की होती है.