बरहज, देवरिया। जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने आज सायं बरहज स्थित गौशाला का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने गोवंशों को ठंड से सुरक्षित रखने के संबंध में आवश्यक दिशा- निर्देश दिए। साथ ही गोवंशों को चारे के रूप में विगत एक माह से दिए जा रहे साइलेज के प्रभाव का अवलोकन भी किया। जिलाधिकारी आज शाम नगर पालिका परिषद गौरा बरहज द्वारा संचालित गोशाला पहुंचे। निरीक्षण के समय गोशाला में 210 नर एवं 26 मादा गोवंश संरक्षित मिले। जिलाधिकारी ने ठंड से बचाव के संबंध में किये जा रहे इंतजाम के विषय में जानकारी प्राप्त की। ईओ गौरा बरहज चंद्र कृष्णा पांडे ने बताया कि इस बार तिरपाल के स्थान पर टीनशेड से शेल्टर को कवर किया जाएगा, जिससे शीतलहर की स्थिति में ठंडी हवा चलने से गो वंश सुरक्षित रह सकें। डीएम ने गोवंशों के लिए काऊ कोट एवं अलाव की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गोवंश ठंड के दुष्प्रभाव से सुरक्षित रहें, यह सुनिश्चित किया जाए।
इसके पश्चात जिलाधिकारी ने चारे के स्टॉक के संबन्ध में जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि 210 कुंतल साइलेज तथा 30 कुंतल भूसा स्टॉक में उपलब्ध है। डीएम ने निर्देशित किया कि गोवंशों को मुख्य चारे के रूप में साइलेज ही दिया जाए। चारे के लिए नए भूसे का क्रय न किया जाए और जो भूसे का जो स्टॉक पहले से है उसे खपाया जाए। जिलाधिकारी ने बताया कि साइलेज विभिन्न पोषक तत्वों से परिपूर्ण है, इसके सेवन से गोवंशों के स्वास्थ्य सुधरेंगे। डीएम ने नर गोवंश एवं मादा गोवंश को अलग-अलग रखने का निर्देश देते हुए कहा कि मादा गोवंश की विशेष निगरानी कर उन्हें दुधारू गाय में परिवर्तित किया जाए और सहभागिता योजना के अंतर्गत उसे किसी कुपोषित बच्चों वाले परिवार को दिया जाए। इस दौरान डीएम ने वैदिक मंत्रोच्चार एवं विधि विधान के साथ गौ पूजन भी किया। इस अवसर पर एसडीएम न्यायिक अंगद यादव, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ अरविंद कुमार वैश्य, ईओ कृष्ण चन्द्र पांडेय सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
जिलाधिकारी ने किया रैन बसेरे का निरीक्षण