वाराणसी: राजातालाब
शिक्षा का अधिकार (आरटीई) पोर्टल बुधवार को ओपन हो गया है। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया इस बार भी पूरी करनी है शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए केजी-1 व पहली कक्षा में नि:शुल्क प्रवेश के साथ पढ़ाई का पूरा खर्च शासन वहन करेगी। इसके लिए बुधवार को पोर्टल तो ओपन हुआ लेकिन प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करने के दौरान अभ्यर्थियों के सामने दिक्कतें आनी शुरू हो गई हैं। पहले ही दिन जिन लोगों ने आवेदन करना चाहा उन्हें उनका पसंदीदा स्कूल वेबसाइट में दिखा ही नहीं।जिले में नर्सरी से लेकर पहली कक्षा में प्रवेश देने वाले पात्र निजी स्कूलों में अलाभित और दुर्बल बर्ग हेतु आरक्षित 25 प्रतिशत सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए बुधवार को आरटीई पोर्टल ओपन हो गया है। जो 25 मार्च तक चलेगा। इस पहले चरण के अवधि में बच्चों के अभिभावक अपने वार्ड व ब्लाक क्षेत्र के दायरे में आने वाले निजी स्कूलों में आवेदन कर सकेंगे। पोर्टल ओपन होने के पहले ही दिन लोगों को परेशान होना पड़ा।
ऐसे स्कूल का नाम जहां प्रवेश लेने की रुचि नहीं
बुधवार को एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करने के दौरान स्कूलों की सूची के आप्शन में ऐसे निजी स्कूल का ही नाम दिखाया गया जहां एडमिशन लेने की रुचि लोगों में नहीं थी। इस सूची से सीबीएसई से संबद्ध बड़े निजी नामचीन स्कूलों के नाम गायब मिले। राजातालाब क्षेत्र के अभिभावक राजकुमार गुप्ता, बाबुलाल सोनकर, अजय कुमार ने जब प्रोसेस शुरू किया तो उन्हें उनके क्षेत्र रानी बाज़ार, दीपापुर, बंगालीपुर, कचहरियाँ आदि गावों में आने वाले स्कूलों का नाम ही नहीं दिखाया गया। जिसकी शिकायत टेलीफोनिक माध्यम से आरटीई समन्वय विमल केशरी से अभिभावकों ने किया लेकिन कुछ नहीं हुआ।
राजकुमार गुप्ता
वाराणसी