Amit Shah On CAA: गृह मंत्री अमितशाह ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लागू किए जाने पर कहा कि हमने पहले ही कहा था कि हम CAA लाएंगे, कांग्रेस इस कानून का विरोध कर रही है. देश की आजादी के बाद हमारे संविधान निर्माताओं का वादा था कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यक लोगों को नागरिकता दी जाएगी. लेकिन कांग्रेस पार्टी वोट बैंक की राजनीती के कारण इस कानून का विरोध कर रही है. देश में जबसे CAA लागू हुआ है कई विपक्षी पार्टियों ने इसका विरोध किया है और साथ ही अपने राज्य में कानून को नही लागू करने को कहा है.
Amit Shah On CAA कानून नागरिकता देने का हैं ना की लेने का- अमित शाह
Amit Shah On CAA : अमित शाह ने देश के अल्पसंख्यक समुदाय को आश्वासन दिया कि इस कानून से किसी को कोई खतरा नहीं है यह कानून नागरिकता देने का हैं ना की लेने का. 12 मार्च को तेलंगाना के BJP पोलिंग बूथ को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा खरगे, ओवैसी और राहुल गांधी झूठ बोल रहे हैं कि इस कानून से अल्पसंख्यकों की नागरिकता चली जाएगी. मैं आश्वस्त करता हूं कि इस कानून में नागरिकता छीनने का कोई प्रावधान नहीं है. हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने CAA के जरिये पाकिस्तान, बंगलादेश और अफगानिस्तान में प्रताड़ित किए हुए हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन शरणार्थियों को नागरिकता देकर सम्मानित किया है.
हमने कहा था कि CAA लाएंगे, कांग्रेस ने CAA का विरोध किया
Amit Shah On CAA: अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वोट-बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के कारण कांग्रेस ने CAA का विरोध किया. उन्होंने कानून लागू करने को जायज ठहराते हुए कहा, ”हमने कहा था कि हम CAA लाएंगे. कांग्रेस पार्टी ने CAA का विरोध किया.”
अमित शाह ने आगे कहा, ”आजादी के बाद हमारे संविधान निर्माताओं और कांग्रेस का यह वादा था कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर सताये गए अल्पसंख्यक लोगों को भारत आने पर नागरिकता दी जाएगी, लेकिन तुष्टिकरण और वोट-बैंक की राजनीति के कारण कांग्रेस ने CAA का विरोध किया.”
उन्होंने आगे कहा पाकिस्तान और बांग्लादेश से लाखों-करोड़ों लोग अपनी आस्था को बचाने के लिए भारत आए, लेकिन उन्हें नागरिकता नहीं दी गई. गृह मंत्री ने कहा, ”नागरिकता नहीं मिलने से उन्होंने देश में खुद को अपमानित महसूस किया.” अमित शाह ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने CAA के जरिए हिंदू, जैन, सिख और बौद्ध, शरणार्थियों को नागरिकता देकर उनका सम्मान किया है.
महात्मा गांधी की सोच थी राष्ट्रीय सेवा योजना को गठित करने की