Asaduddin Owaisi on Mukhtar Ansari Death: बांदा जेल में बन्द मुख्तार अंसारी की मौत के बाद विपक्षी नेताओं ने UP की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी की सरकार पर आरोप लगाया है कि ने मुख्तार अंसारी को सरकार ने अच्छा इलाज मुहैया नहीं करवाया.
ओवैसी ने कहा, ‘गाजीपुर की अवाम ने अपने भाई और चहेते बेटे को खो दिया. राज्य को कानून के शासन से नहीं बल्कि बंदूक के शासन से चलाया जा रहा है. जब उनके परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर किया था तब मुख्तार अंसारी न्यायिक हिरासत में थे. उनके परिवार को आशंका थी कि उन्हे जेल के अंदर मार दिया जाएगा. अब, उनकी मौत हो गई और उनके परिवार का कहना है कि उन्हे धीमा जहर दिया गया था.’
‘यूपी की सरकार से निष्पक्ष जांच की उम्मीद’
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा, ‘यह आश्चर्य की बात है कि उसे एक बेहतर अस्पताल में नहीं बल्कि ऐसे अस्पताल में ले जाया गया जहां पर उसका कोई उचित चिकित्सा नहीं दिया गया और थोड़े समय के बाद ही उसे वापस जेल में भेज दिया गया. मुझे उम्मीद है कि यूपी सरकार न्याय और कानून के शासन के हित में निष्पक्ष जांच करेगी. पूरी दुनिया को पता चलना चाहिए कि क्या हुआ है.’
सरकार ने न्यायिक जांच के दिए आदेश
माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद शुक्रवार 29 मार्च को इस मामले की न्यायिक जांच के लिए अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को नामित किया गया. बाद बांदा जिला जेल में मुख्तार अंसारी की गुरूवार 28 मार्च को तबीयत बिगड़ने के बाद रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी.
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