Anjali Singh| THE FACE OF INDIA
कुछ दिनों पहले ही ईरान और पाकिस्तान के रिश्तों में काफी कड़वाहट बढ़ गई थी. दोनों देशों में तनाव के बीच ईरान के विदेश मंत्री अगले हफ्ते पाकिस्तान का दौरा करेंगे.
ऐसा तब हो रहा है जब दोनों पड़ोसियों ने पिछले सप्ताह एक-दूसरे पर हवाई हमला किया था. हालांकि इन हमलों पर दोनों देशों ने सफाई देते हुए कहा था कि उनके टारगेट पर सिर्फ आतंकवादी थे.
ईरान के विदेश मंत्री अमीर-अब्दुल्लाहियन और पाकिस्तानी मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने फोन पर बात की और दोनों देश एक-दूसरे की राजधानियों में अपने राजदूत वापस भेजने पर सहमत हो गए. एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान और ईरान ने कहा कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच फोन पर बातचीत के बाद यह सहमति बनी है कि दोनों देशों के राजदूत 26 जनवरी 2024 तक अपने पदों पर लौट सकते हैं. पाकिस्तान ने कहा कि विदेश मंत्री जिलानी के निमंत्रण पर ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर अब्दुल्लाहियन 29 जनवरी 2024 को पाकिस्तान का दौरा करेंगे.
हाल ही में एक-दूसरे पर हवाई हमलों के कारण पाकिस्तान और ईरान के संबंध काफी खराब हो गए थे. पाकिस्तान ने कहा कि उसने अलगाववादी बलूच लिबरेशन फ्रंट और बलूच लिबरेशन आर्मी के आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया, जबकि तेहरान ने कहा उसकी मिसाइलों ने जैश अल अदल समूह के आतंकी ठिकानों पर हमला किया. ईरान ने कहा उसके क्षेत्र के एक सीमावर्ती गांव में हुए हमलों में चार बच्चों सहित नौ लोग मारे गए थे. वही दूसरी तरफ पाकिस्तान ने कहा कि ईरानी हमले में दो बच्चों की मौत हो गई थी.
पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी समूह ऐसे क्षेत्र में काम करते हैं जिनमे पाकिस्तान का दक्षिण-पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान और ईरान का दक्षिणपूर्वी सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत शामिल है. हवाई हमले के बाद पाकिस्तान ने तेहरान से अपने राजदूत को वापस बुला लिया था और ईरानी राजदूत को इस्लामाबाद लौटने की अनुमति नहीं दी थी, उसके साथ ही सभी उच्च-स्तरीय राजनयिक और व्यापार कार्यक्रम भी रद्द कर दिए थे. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियान के इस्लामाबाद दौरे के बाद पाकिस्तान और ईरान के संबंध सामान्य हो जायेंगे.