N. R. Narayana Murthy : 20 अगस्त, 1946 को इन्फोसिस के सह-संस्थापक एन. आर. नारायणमूर्ति का जन्म कर्नाटक के सिद्लाघत्ता में हुआ था। मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे नारायण मूर्ति अपने माता-पिता की आठ संतानों में से पांचवे थे। भारत में जहां आज युवा वर्ग के लोग अपनी किस्मत आजमाने के लिए सरकारी नौकरी की तलाश करते हैं लेकिन वहां भी सफलता न मिलने के कारण खुद का स्टार्टअप यानी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं लेकिन उनके पास सही रणनीति वह बिजनेस आइडिया ना होने के कारण अपने बिजनेस को सफलता की ऊंचाइयों तक नहीं पहुंच पाते हैं। हम अपने इस हंड्रेड डेज के सक्सेस बिजनेस स्टोरी में भारत के एक ऐसे शख्स के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिन्होंने एक दौर में अपनी पत्नी से उधार लेकर खुद का बिजनेस शुरू किया हुआ था और आज बड़े-बड़े उद्योगपतियों में उनका नाम गिना जाता है।
आज के इस दौर में हर कोई पैसा इन्वेस्टमेंट करने की चाहत तो पूरी रखता है क्योंकि आपकी जानकारी के लिए बताने की भारत में खुद का बिजनेस स्टार्ट करने के लिए कोई बड़ी बात नहीं है क्योंकि भारत सरकार द्वारा खुद का उद्योग यानी बिजनेस शुरू करने के लिए मौजूदा समय में कई प्रकार की योजनाएं चलाई हुई है जिसमें एक योजना का नाम है प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना इस योजना के तहत भारत सरकार आपको खुद का बिजनेस करने के लिए लोन प्राप्त करती है। वही लोन तो हर कोई ले लेता है लेकिन बिजनेस को बुलंदियों तक पहुंचाने की रणनीति उनके पास नहीं होती है आज हम आपको जिस शख्स के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं उसकी पूरी हकीकत और उसने अपने बिजनेस को इतने बड़े बुलंदियों तक किस तरह से पहुंचा उसके बारे में भी जानकारी देने जा रहे हैं ।
20 अगस्त, 1946 को इन्फोसिस के सह-संस्थापक एन. आर. नारायणमूर्ति N. R. Narayana Murthy का जन्म कर्नाटक के सिद्लाघत्ता में हुआ था। मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे नारायण मूर्ति अपने माता-पिता की आठ संतानों में से पांचवे थे। उन्होंने आईआईटी की प्रवेश परीक्षा दी, पर उनके पिता इंजीनियरिंग की पढ़ाई का खर्च उठाने में सक्षम नहीं थे। मैसूर विश्वविद्यालय के अध्यापक डॉ. कृष्णमूर्ति ने उनकी मदद की। बाद में उन्होंने कर्ज चुकाने के उद्देश्य से डॉ. कृष्णमूर्ति के नाम पर छात्रवृत्ति प्रारंभ की।
स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद 1967 में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग मैसूर यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। 1969 में IIT कानपुर से एमटेक की डिग्री हासिल की। लेखन का शौक नारायण मूर्ति को शुरु से रहा है। हालांकि उनकी लिखी एकमात्र पुस्तक “अ बेटर इंडिया” ही बाजार में उपलब्ध है।
N. R. Narayana Murthy 1970 के अंत में नारायण मूर्ति N. R. Narayana Murthy ने पाटनी कम्प्यूटर्स (पुणे) में बतौर असिस्टेंट मैनेजर नौकरी की शुरुआत की। 1981 में नारायण ने नौकरी छोड़ दी, क्योंकि वे अपना खुद का सॉफ्टवेयर बिजनेस शुरू करना चाहते थे। इसी वर्ष उन्होंने अपने छह दोस्तों के साथ मिलकर पुणे में इंफोसिस की शुरुआत की। 1983 में एमआईसीओ बैंगलोर के तौर पर इंफोसिस को अपना पहला क्लाइंट मिला और यहीं से शुरू हुई इनकी सफलता की कहानी। इन्फोसिस की स्थापना से पहले 1970 के दशक में उन्होंने विदेशों में भी काम किया था। कुछ वर्ष उन्होंने पेरिस में बिताया, जिससे उन पर गहरा प्रभाव पड़ा। सन 1981 में अपने कुछ मित्रों के साथ मिलकर नारायणमूर्ति ने इंफोसिस की स्थापना की।
आज इंफोसिस एक बहुत बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कम्पनी है, जोकि व्यापार परामर्श सूचना प्रौद्योगिकी और आउटसोर्सिंग सर्विसेज प्रदान करती है। एन. आर. नारायणमूर्ति ने अपनी काबिलियत और लगन के दम पर अपनी सफलता की कहानी लिखी है। उनका जीवन सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
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