बंगलुरु : शिवरात्रि के पावन अवसर पर के.जी. रोड़ स्थित सिंधी पंचायत धर्मशाला में पाँच दिवसीय शिव महापुराण कथा का आयोजन 16 फरवरी से 20 फरवरी तक किया जा रहा है । इस अवसर पर सर्व प्रथम व्यास पूजन किया गया ।तत्पश्चात कथा वाचक बाल ब्यास पंडित बालसुखरा पुण्डरीक कृष्ण जी महाराज व्रन्दावन ने प्रथम दिवस की कथा में बताया कि भगवान शिव को जल से ही अभिषेक कर देने से महादेव प्रसन्न हो जाते है । भगवान शिव की पूजन से आपके जीवन मे सुख समृद्धि तो आती है आपका पूरा परिवार सुखी रहता है शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा को विशेष बताया गया है । भगवान शिव की पूजा करने बाद आप कुछ भी करे छोटा मोटा दान अवश्य करे । आप जो भी अर्जित कर रहे हो अपने जीवन मे वो बाबा भोलेनाथ की ही कृपा से ही पा रहे हो । तथा धर्म की रक्षा करनी चाइये । हमारा धर्म बचेगा हमारा देश बचेगा । देश बचेगा तो हम सब का जीवन बचेगा । इसलिए मनुष्य को अपने जीवन मे भगवान की भक्ति हमेशा करते रहना चाइये ओर शिव महापुराण की कथा का श्रवण कर अपने मन मे उतारकर अपने जीवन को सुखमय बनाये । बाबा भोलेनाथ को जल , दूध का अभिषेक कर के चंदन का तिलक करें और बेलपत्र जरूर चढ़ाए उस से ही बाबा भोलेनाथ बहुत प्रसन्न हो जाते है ।भगवान शिव की उपासना सबसे सरल एवँ सुगम है भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न होकर भक्त की मनोकामना पूर्ण करते है ।