गाजीपुर। बहुचर्चित निकहत परवीन केस में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के करीबी बहादुरगंज नपां चेयरमैन रियाज अंसारी समेत परवेज जमाल व दो अन्य आरोपितों के खिलाफ कोर्ट ने धारा-82 के तहत कुर्की की नोटिस जारी कर दिया है। शनिवार को कोर्ट से नोटिस मिलने के बाद पुलिस ने तत्काल ही अग्रित कार्रवाई करते हुए सभी फरार आरोपितों के दरवाजे पर मुनादी कराई। इसके बाद दरवाजे पर कुर्की की नोटिस चस्पा करने के साथ ही पास पड़ज्ञेस के लोगों को कार्रवाई के बारे में सूचित किया गया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही।
यह है मामला-
बहादुरगंज नपां की पूर्व चेयरमैन निकहत परवीन के पति रयिाज अंसारी वर्तमान में यहां के नपां चेयरमैन है। निकहत परवीन बहादुरगंज के ही एक मदरसे में सहायक अध्यापिका के पद पर कार्यरत थी। शिकायत मिलने पर अल्पख्ंयक विभाग द्वारा जांच की गई जिसमें पाया गया था कि फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर निकहत परवीन ने सरकारी नौकरी पाई थी। इस आधार पर उन्हें नौकरी से बर्खास्त करने के साथ ही कासिमाबाद थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मुकदमें में निकहत परवीन के साथ ही रियाज अंसारी पुत्र स्व. अब्दुल मन्नान निवासी दखिन टोला बहादुरगंज, परवेज जमाल निवासी वार्ड नम्बर 12 कसाब टोला बहादुरगंज, नजीर अहमद पुत्र स्व. सलामततुल्लाह वार्ड नम्बर दो बहादुरगंज व जियाउल इस्लाम पुत्र स्व. अब्दुल निवासी चंदनपुरा थाना कोपागंज जिला मऊ को भी शामिल किया गया था। इस मामले में मुख्य आरोपित निकहत परवीन को पूर्व में ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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पूर्व में जारी हो चुका है गैर जमानती वारंट-
अपराध जगत में मुख्तार अंसार के खौफ का फायदा उठाने वाले बहादुरगंज नपां चेयरमैन रियाज अंसारी समेत अन्य तीन आरोपित मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहे है। इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश डाल रही है, लेकिन यह पकड़ में नहीं आ रहे है। ऐसे में एक सप्ताह पूर्व पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर अदालत ने फरार चारों आरोपितों के खिलाफ एनबीडब्लू (गैर जमानती वारंट ) जारी कर चुकी है।
मुनादी के दौरान घर में कोई नहीं था मौजूद-
बताते चले कि फरार चल रहे आरोपित रियाज अंसारी, परवेज जमाल व नजीर अहमद का पैतृक आवास बहादुरगंज कस्बे में ही है। जबकि चौथे आरोपित जियाउल इस्लाम का घर मऊ जिले में है। कार्रवाई के बाद से ही रियाज, परवेज और नजीर अपने पूरे परिवार के साथ घर छोड़कर फरार है। जबकि जिलाउल इस्लाम के घर के कुछ सदस्य उसके पैतृक आवास पर रह रहे है। शनिवार को जब पुलिस रियाज, परवेज और नजीर के घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा करने पहुंची तो वहां कोई नहीं मिला। ऐसी स्थिति में पुलिस ने मुनादी कराकर मुहल्ले के लोगों को कार्रवाई के बारे में जानकारी दी।
कुर्की की कार्रवाई के बाद सहमा परवेज जमाल का चेला-
निकहत परवीन के केस में अपने गुरु परवेज जमाल के खिलाफ ताबड़तोड़ हो रही कार्रवाई से उसका चेला काफी सहम गया है। बताते चले कि बेसिक शिक्षा विभाग में तैनाती के दौरान परवेज जमाल की शह पर उसके चेले जो कि मनिहारी ब्लाक के एक प्राइमरी स्कूल में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत है उसने अकूत काला धन कमाया था। अब जब उसके गुरु की गर्दन फंसी है तो उसकी हालत देखने लायक बन गई है।
गोपनीय जांच कमेटी की गई गठित-
परवेज जमाल का हमराज उसका चेला जो कि प्राइमरी स्कूल का अध्यापक है उसके खिलाफ विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर दो सदस्यीय जांच कमेटी बैइाई गई है। सूत्र बताते है कि पूर्व के उसके कार्यो की जांच कमेटी के लोग कर रहे है। जमाल के कार्यकाल के दौरान उसके चेले ने विभाग में क्या-क्या गड़बड़िया की है उसका डिटेल खंगाला जा रहा है। हालांकि इस कार्रवाई को पूरी तरह गोपनीय रखा गया है।
नोटिस चस्पा करने के दौरान मौजूद रही फोर्स-
कोई से धारा-82 के तहत कुर्की की नोटिस तामलि कराने के बाद बहादुरगंज चौकी इंचार्ज आशुतोष शुक्ला व महिला एसआई पल्लवी सिंह पुलिस फोर्स के साथ आरोपितों के घर पर पहुंचे। इस दौरान कासिमाबाद थाने के भी पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद रहे।
वर्जन-
आज कुर्की की नोटिस जारी हुई है। सभी फरार आरोपितों के घर के दरवाजे पर नोटिस चस्पा कर दी गई है। पुलिस टीम लगातार आरोपितों की तलाश में जुटी है। जगह-जगह पर छापेमारी की जा रही हैं बहुत जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा। बलवंत-एएसपी ग्रामीण