Anjali Singh। THE FACE OF INDIA
अयोध्या, अयोध्या(फैजाबाद), व प्रयागराज (इलाहाबाद) के बाद अब योगी सरकार गाजियाबाद का नाम बदलने की तैयारी में है। गाजियाबाद जिले का भी नाम इस सूची में जुड़ गया है।नगर निगम की बोर्ड बैठक में जिले का नाम बदलने के लिए सदन की मंजूरी मिल गई है। इस दौरान सदन में प्रस्ताव पास होने पर भारत माता की जय के नारे लगाए गए। जानकारी के मुताबिक केवल दो पार्षदों ने गाजियाबाद के नाम को बदलने के प्रस्ताव का विरोध किया। अब गाजियाबाद के नाम को बदलने का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश सरकार के पास भेजा जाएगा। अंतिम तौर पर इस शहर का नाम भी वहीं से तय होगा।
मुगलशासन के दौर में गाजियाबाद को मौजूदा नाम मिला था। मुगल बादशाह औरंगजेब के शासन काल में यहां के नवाब गजीउद्दीन के नाम पर सन 1740 में हिंडन नदी किनारे बसे शहर का नामकरण किया गया था। हाल के समय में कई बार गाजियाबाद का नाम बदलने की मांग हो चुकी है। दावा किया जाता है कि महाभारत काल में यह हस्तीनापुर का ही हिस्सा था।
48 घंटे के अंदर जांच करें पूर्ण, उत्तरदायित्व तय कर होगी सख्त कार्रवाई डी.एम.
गाजियाबाद स्थित दूधेश्वर नाथ मंदिर के महंत नारायण गिरि ने जुलाई 2022 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके जिले का नाम बदलने की मांग की थी। उन्होंने गजप्रस्थ, हरनंदीपुरम या दूधेश्वररथ नगर नाम रखने का सुझाव दिया था। माना जा रहा है कि सरकार इन सभी विकल्पों पर विचार करने के बाद कोई फैसला कर सकती है।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद पहले भी शहरों के नाम बदले जा चुके हैं। जिनमें इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया गया और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया गया। अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ रखने की भी चर्चा जारी है।