दि फेस ऑफ़ इंडिया, मुंबई.
रेलवे प्रशासन तमाम दावे कर ले कि ट्रेनों और प्लेटफार्म पर गुटखा, सिगरेट और नशीले पदार्थ की बिक्री नहीं होती लेकिन आये दिन रेलवे के नियमों को ताक पर रखकर धड़ल्ले से नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं. रेलवे प्रशासन की अनदेखी के चलते जहां नियमों की धज्जियां उड़ती दिखाई दे रही हैं करीब आधा दर्जन लड़के अचानक से हाथों में गुटखा-तंबाकू के पाउच लेकर पहुंच जाते हैं तथा आवाजें लगा-लगाकर ट्रेन में सवार लोगों को गुटखा-तंबाकू बेचते हैं।
गुटखा बेचने वाले युवक व यात्रियों के बीच नोटों का लेन-देन भी होता है। इससे रेलवे के सुरक्षा बलों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं।
ट्रेन नम्बर 12904 गोल्डन टेम्पल जो अमृतसर से चलकर, गाज़ियाबाद निज्ज़मुद्दीन, कोटा, वड़ोदरा से बोरीवली मुबई आती है. इस ट्रेन में इरफ़ान भाई नाम का नशीले पदार्थ बेचने वाला युवक खुलेआम गुटखा, सिगरेट और कई नशीले पदार्थ बेच रहा था जिसे आप इस विडियो में देख सकते हैं.
स्टेशन पर या ट्रेन के अन्दर गुटखा-तंबाकू उत्पाद बेचना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसके लिए स्टॉफ को भी इंस्ट्रक्शन दिए हुए हैं। लेकिन रेलवे कर्मचारियों की मिलीभगत से घुसखोरी कर धड़ल्ले नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं. एस. एन. दुबे केयर फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय दुबे ने रेलमंत्री से मांग की है कि तत्काल रेलवे परिसर और ट्रेन के अंदर बिक रहे नशीले पदार्थो पर अंकुश लगायें.