रायगढ़। दिब्यांगजनों के प्रति करुणा, आत्मसम्मान और उनके जीवन को बेहतर बनाने के प्रयासों में जुटी जे एस पी एल फॉउंडेशन द्वारा विशेष बच्चों को सक्षम व आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में संचालित आशा दी होप प्रशिक्षण एवं पुनर्वास केंद्र द्वारा विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर विशेष बच्चों के लिए खेल कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और राष्ट्रीय स्तर के खेलों में अपने प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके विशेष बच्चों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर विशेष बच्चों को श्रवण यंत्र, कैलिपर्स, सीपी चेयर, रोल लेटर वितरित किये गए। कार्यक्रम में आस- पास के विशेष बच्चों के साथ साथ उनके अभिभावकों ने बड़ी संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर भेजे गए अपने सन्देश में जे एस पी एल फॉउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिंदल ने कहा की हम आशा दी होप के माध्यम से आर्थोपेडिक और न्यूरोलॉजिकल पुनर्वास सेवाओं के साथ दिब्यांगजनों को स्थायी व बेहतर भविष्य देने के प्रति प्रतिबद्ध हैं। आशा दी होप का उद्देश्य विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को उनके स्वास्थ्य व उनकी देखभाल के साथ शिक्षा, कौशल निर्माण सहित पूर्ण सहभागिता एवं समानता से आत्मनिर्भर बनाना है। इसी के साथ विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर ग्राम पतरापाली स्थित विशेष बच्चों के संस्थान आशा दी होप प्रशिक्षण एवं पुनर्वास केंद्र में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिंदल महिला क्लब की प्रमुख श्रीमती सुजाता सरावगी ने विशेष बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा की हमें दिव्यांग लोगों के प्रति व्यवहार में बदलाव लाने होंगे और उनके जीवन को बेहतर बनाने उन्हें आत्मनिर्भर व सक्षम बनाने होंगे। कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद जे एस पी एल मानव संसाधन एवं कार्मिक सेवाएं के उपाध्यक्ष जयराड रोड्रिक्स ने उपस्थित सभी विशेष बच्चों को अपनी शुभकामनायें दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कर्यक्रम को श्रीमती रोड्रिक्स, जिंदल महिला क्लब की सचिव सरिता सिंह एवं संस्था प्रमुख डॉ अशोक पण्डा ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान राष्ट्रीय स्तर पर हुए विशेष बच्चों के ओलम्पिक में क्रमशः क्रिकेट और नृत्य प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ का नेतृत्व कर चुके आशा दी होप के बच्चों और उनके प्रशिक्षकों का सम्मान किया गया। इसके अलावा इस अवसर पर क्रमशः श्रवण यंत्र, कैलिपर्स, सीपी चेयर, रोल लेटर का वितरण किया गया। उल्लेखनीय है की विश्व दिव्यांग दिवस के एक दिन पूर्व विशेष बच्चों के रोचक खेलों का आयोजन किया गया था, जिसके अंतर्गत लम्बी दौड़, कुर्सी दौड़, हैण्ड बाल सहित कई खेलों में विशेष बच्चों सहित उनके अभिभावकों ने भी भाग लिया। इसके उपरान्त सभी विशेष बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपनी शानदार नृत्य की प्रस्तुति भी दी। इस दौरान विशेष बच्चों एवं उनके अभिभावकों का उत्साह देखते ही बन रहा था l