Updated: 13/12/2023 at 12:46 PM
बरहज, देवरिया। भलुअनी थानाक्षेत्र के करमटार गंगा निवासी तारकेश्वर सिंह का इकलौता बेटा जो कोटा में रह कर आईआईटी जेईई की तैयारी कर रहा था, को छात्रो के गुट ने हमला कर मारपीट कर घायल कर दिया, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इकलौते बेटे की मौत से माँ रीमा सिंह व पिता तारकेश्वर सिंह सदमे में है, वही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। बेटे की मौत की खबर सुनकर पिता तारकेश्वर सिंह कोटा के लिए चल पड़े।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत 15 दिसंबर को 401 जोडो का होगा विवाह
मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय थानाक्षेत्र के करमटार गंगा निवासी तारकेश्वर सिंह अपने इकलौते बेटे सत्यवीर सिंह को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए कोटा भेजा था। बेटा आईआईटी जेईई की तैयारी कर रहा था। वह अपनी माँ रीमा सिंह के साथ पीजी में रहता था। सोमवार की शाम को कोटा के जवाहर नगर में एक कैंटीन में वह अपने दोस्तों के साथ चाय पीने गया था। वहाँ मौजूद कुछ छात्रो से उसकी किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। विवाद बढता गया और मारपीट होने लगी। छात्रों के गुट ने एक साथ मिल कर सत्यवीर पर हमला कर दिया, एक छात्र ने डंडे से उसके सिर पर जोरदार प्रहार कर दिया, इससे उसके सिर में अंदरूनी चोट लग गई। वहा मौजूद अन्य लोगो ने बीच बचाव कर मामले को शांत करा दिया। सिर में गंभीर चोट के कारण उसकी माँ रीमा कुछ लोगो के साथ मेडिकल कॉलेज ले गयी, जहाँ इलाज के दौरान सत्यवीर की मौत हो गई। सुचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया है।
इकलौते बेटे की मौत से घर पर रह रहे पिता तारकेश्वर सिंह को सदमा लग गया, वह अपने परिजनों के साथ कोटा के लिए रवाना हो गये है। वहीं सत्यवीर की मौत से गांव में मातम छा गया है। लोगो ने बताया कि वह पढने मे काफी होशियार था, पढ लिखकर अपनी माँ बाप की सेवा करना चाहता था, मगर होनी को कौन टाल सकता है।
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मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय थानाक्षेत्र के करमटार गंगा निवासी तारकेश्वर सिंह अपने इकलौते बेटे सत्यवीर सिंह को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए कोटा भेजा था। बेटा आईआईटी जेईई की तैयारी कर रहा था। वह अपनी माँ रीमा सिंह के साथ पीजी में रहता था। सोमवार की शाम को कोटा के जवाहर नगर में एक कैंटीन में वह अपने दोस्तों के साथ चाय पीने गया था। वहाँ मौजूद कुछ छात्रो से उसकी किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। विवाद बढता गया और मारपीट होने लगी। छात्रों के गुट ने एक साथ मिल कर सत्यवीर पर हमला कर दिया, एक छात्र ने डंडे से उसके सिर पर जोरदार प्रहार कर दिया, इससे उसके सिर में अंदरूनी चोट लग गई। वहा मौजूद अन्य लोगो ने बीच बचाव कर मामले को शांत करा दिया। सिर में गंभीर चोट के कारण उसकी माँ रीमा कुछ लोगो के साथ मेडिकल कॉलेज ले गयी, जहाँ इलाज के दौरान सत्यवीर की मौत हो गई। सुचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया है।
इकलौते बेटे की मौत से घर पर रह रहे पिता तारकेश्वर सिंह को सदमा लग गया, वह अपने परिजनों के साथ कोटा के लिए रवाना हो गये है। वहीं सत्यवीर की मौत से गांव में मातम छा गया है। लोगो ने बताया कि वह पढने मे काफी होशियार था, पढ लिखकर अपनी माँ बाप की सेवा करना चाहता था, मगर होनी को कौन टाल सकता है।
First Published on: 13/12/2023 at 12:46 PM
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