दिवाकर उपाध्याय/लोटन/सिद्धार्थनगर।
लोटन कोतवाली क्षेत्र के बरवां गांव में 15 अगस्त को सिर पर प्रहार करके रोहित की हत्या कर दी गई थी। परिवार के लोग इस मामले में आरोपी के घर को गिराने की मांग पर अड़े थे। उनकी मांग को देखते हुए जमीन की पैमाइश की गई तो पता चला कि मकान खलिहान में बना हुआ है। इस जानकारी के बाद एसडीएम डॉ. ललिल कुमार मिश्र की अगुवाई में मकान पर बुलडोजर चलवाकर इसे ध्वस्त कर दिया गया। आरोपी के साथ ही उससे सटाकर खलिहान में बने उसके चाचा के हिस्से को भी ढहा दिया गया।
परवेज के चाचा का मकान भी ढहाया गया
मिली जानकारी के शुक्रवार को दोपहर के आसपास प्रशासन के निर्देश पर भारी पुलिस बल के साथ बरवा गांव में बुलडोजर पहुंच गया। इसके बाद अभियुक्त परवेज के मकान पर पहुंची और मकान का निर्माण अवैध बताते हुए उसे ध्वस्त करना शुरू किया। अभियुक्त परवेज के परिजनों के अनुरोध के बावजूद मकान ध्वस्त करने के बाद ही कर्रवाई समाप्त की गई। इसके पश्चात अभियुक्त परवेज के चाचा अब्दुल वजीद का मकान भी ध्वस्त कर दिया गया। जबकि उस परिवार का इस घटना से कोई लेना देना नहीं था। वजीद का परिवार रो रोकर अपने निर्दोष होने की दुहाई देता रहा, लेकिन मकान ढहाने के बाद ही कार्रवाई रुकी।
नजमा बोली यह कैसा इंसाफ?
इस बारे में अब्दुल वजीद की बहू नजमा ने रोते हुए बताया कि घर ढहाए जाने से मेरा बड़ा नुकसान हुआ है। अपराध किसी ने किया, सजा हमको मिल रही है। यह कहां का इंसाफ है। जबकि मृतक रोहित की मां ने कहा कि जो सरकार से मेरी मांग थी वह पूरा हो गई। मेरा पुत्र वापस तो नहीं आ सकता। लेकिन इस कार्रवाई से क्षेत्र मे हड़कंप मच गया है। अब अपराधियों को अपराध करने के लिए सौ बार सोचना पड़ेगा।
क्या था पूरा मामला
बताते चलें कि लोटन कोतवाली क्षेत्र के बरवां गांव निवासी रोहित (20) पुत्र दारा की 15 अगस्त को रात सिर पर प्रहार करके हत्या कर दी गई थी। गांव के दूसरे सेमरहना जाने वाले मार्ग पर खून से लथपथ लाश मिली थी। इस मामले में परिजनों की तहरीर पर मुख्य आरोपी परवेज के अलावा एक परवेज की महिला मित्र पिंकी व एक युवक सुनील चौरसिया पर हत्या सहित अन्य धारा में केस दर्ज किया गया था। परिवार के लोग शव जलाने से मना कर रहे थे। परिवार वालों ने मांग की कि मुख्य आरोपी परवेज का मकान गिराया जाए। एसडीएम ने आश्वासन दिया था कि शव को जलाओ, अगर मकान अवैध रूप से बना होगा तो कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम की निगरानी में गठित टीम ने 29 अगस्त को मौके पर जाकर पैमाइश की तो मुख्य आरोपी परवेज सहित उसके परिवार के दो अन्य लोगों का मकान खलिहान में पाया गया।ॽ
शुक्रवार को एसडीएम सदर डॉ ललित कुमार मिश्र की अगुवाई में टीम गांव में पहुंची और बुलडोजर से मकान को गिरवा दिया गया। बुलडोजर चलता देखकर हर कोई हैरत में पड़ गया। यह कार्रवाई शाम तक चली। मृतक रोहित का परिवार प्रशासन की इस कार्रवाई से खुश था। मकान ढहाए जाने के दौरान कानूनगो अंब्रिश, एसओ चंदन कुमार, चौकी हरवंशपुर प्रभारी मनोज कुमार सिंह, लेखपाल विनय पांडेय, राहुल कुमार, राम सिंह, अखिलेश यादव सहित पुलिस बल तैनात था।
एसडीएम सदर ने कहा
इस बारे में, एसडीएम सदर डॉ. ललित कुमार मिश्र ने कहा कि 15 अगस्त की रात लोटन कोतवाली क्षेत्र के बरवां गांव निवासी रोहित की हत्या के बाद उसके माता-पिता ने शव को जलाने से मना कर दिया था। जिसे लेकर काफी जद्दोजहद के बाद इस शर्त पर शव जलाने के राजी हुए कि आरोपी परवेज का मकान गिराया जाए व अहेतुक सहायता देने के साथ कुछ जमीन दिया जाए। जिस पर तभी से कार्रवाई चल रही थी। उसी के तहत 29 अगस्त को टीम बनाकर पैमाइश करने के बाद जमीन खलिहान की मिली। एक सितंबर को घर खाली करने का नोटिस दिया गया था। ठीक एक माह के अंदर फोर्स के साथ मकान को ढहवा दिया गया।